क्यों न लगे जाम, जब सड़क पर हो गड्ढों की भरमार
सिकंदराबाद नगर जाम के साथ अब गड्ढा युक्त नगर के नाम से मशूहर हो रहा है। आए दिन गड्ढे के कारण वाहनों की रफ्तार रूक रही है, वहीं बढ़ते ट्रैफिक के कारण हर रोज जाम लग रहा है, लेकिन प्रशासन इस ओर से सजग नजर नहीं आ रहा है।
सिकंदराबाद: सिकंदराबाद नगर जाम के साथ अब गड्ढा युक्त नगर के नाम से मशूहर हो रहा है। आए दिन गड्ढे के कारण वाहनों की रफ्तार रूक रही है, वहीं बढ़ते ट्रैफिक के कारण हर रोज जाम लग रहा है, लेकिन प्रशासन इस ओर से सजग नजर नहीं आ रहा है।
सिकंदराबाद नगर हाईवे छह किमी तक पूरी तरह बदहाल है। जगह-जगह गड्ढों के कारण वाहनों का निकलना मुश्किल हो रहा है। हालांकि गड्ढे भरवाने का प्रशासन ने दावा किया था और कुछ स्थानों पर भरे भी गए, लेकिन अन्य स्थानों पर केवल कंकरीट डाली कर इतिश्री कर ली गई। गड्ढों के कारण वाहनों रफ्तार पर ब्रेक लगने से नगर के व्यस्तम क्षेत्र में आए दिन जाम लगा रहा है। हालत यह है कि सुखलालपुर बाइपास से लेकर ईदगाह तक सड़कों कहीं डेढ़ फुट तो कहीं एक फुट तक गड्ढे हैं। जिनसे निकला छोटे तो बड़े वाहनों की रफ्तार हादसे का सबब बन रही है। गड्ढों को बचाने के लिए वाहनों के ब्रेक जाम का मुख्य कारण बने हुए है। सर्वाधिक स्थिति जेवर तिराहे से गुलावठी तिराहे तक की है। मोड खराब रहने से ट्रैफिक जाम की आए दिन समस्या बनी रही है। कमोवश यही स्थिति दनकौर रोड की है, जहां केवल निजामपुर ही गड्ढे भरने का काम हुआ, लेकिन नगर तक गड्ढों की भरमार से वाहन संचालन प्रभावित हो रहा है। सोमवार के बाद मंगलवार को सिकंदराबाद नगर में भारी ट्रैफिक व गड्ढों से लगे वाहनों की गति पर ब्रेक से एक किमी तक जाम लगा रहा, जबकि दनकौर रोड पर नगर क्षेत्र से वाहन जाम से जुझते नजर आए। इन्होंने कहा..
पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आने वाली नगर हाईवे व दनकौर रोड का पुन: निर्माण का बजट पास कर शासन को भेजा गया है। शासन से बजट मिलने पर सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के साथ उनका पुन: निर्माण कराया जाएगा।
डा. वेदप्रकाश मिश्रा, एसडीएम, सिकंदराबाद।