अनाज मंडी में सुविधाओं का टोटा, सुरक्षा रामभरोसे
अनाज मंडी में लाखों रुपये शुल्क आने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। स्ट्रीट लाइटें नहीं होने से मंडी में रात के समय अंधेरा पसरा रहता है।
बुलंदशहर, जेएनएन। अनाज मंडी में लाखों रुपये शुल्क आने के बाद भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। स्ट्रीट लाइटें नहीं होने से मंडी में रात के समय अंधेरा पसरा रहता है। इसके अलावा पानी और छाया की व्यवस्था नहीं होने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं चारदीवारी नहीं होने से किसान और व्यापारियों की सुरक्षा भी रामभरोसे है।
छतारी में पहासू मार्ग पर अनाज मंडी है। जहां कस्बा और देहात के दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसान मंडी से जुड़े हैं। किसान हर वर्ष करोडों रुपये का गेहूं, जौ, बाजरा, मक्का, धान आदि मंडी में बेचते हैं। इतना ही नहीं मंडी में आढ़त व्यापारी भी मंडी समिति को लाखों रुपये का शुल्क देते हैं। जिसके बाद भी मंडी में सुविधाओं का अभाव है। जिस कारण मंडी में आने वाले किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मंडी में किसानों के पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। मंडी में लगा एक सरकारी हैंडपंप काफी समय से खराब पड़ा है। इसके अलावा स्ट्रीट लाइटें नहीं होने के कारण रात के समय मंडी सूनसान रहती है और बाउंड्री नहीं होने के कारण आढ़त की दुकानों में चोरी होने का खतरा रहता है। यह हाल तब है जब व्यापारियों और किसानों ने कई बार मंडी समिति की प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
बोले व्यापारी..
अजान मंडी समिति द्वारा किसी तरह की कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है। हर साल मंडी समिति लाखों रुपये का शुल्क वसूल करती है।
--रामपाल सिंह बघेल, व्यापारी। छतारी अनाज मंडी में सुविधाओं का टोटा लगातार बना हुआ है। यहां की सुरक्षा भी रामभरोसे है। मंडी में प्रत्येक वर्ष चोरी की घटनाएं होती हैं, लेकिन मंडी समिति द्वारा धान के सीजन में कोई अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है।
--आकाश अग्रवाल, व्यापारी।