तैयार होने लगा टोल प्लाजा, मार्च में हो सकता है शुरू
मेरठ-बुलंदशहर हाईवे 235 का निर्माण कार्य काफी तेजी से पूरा किया जा रहा है। कमिश्नर द्वारा 20 फरवरी तक हाईवे के निर्माण की समय सीमा निर्धारित की गई है। ऐसे में गुलावठी और हापुड़ बाइपास को तेजी से बनाया जा रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। मेरठ-बुलंदशहर हाईवे 235 का निर्माण कार्य काफी तेजी से पूरा किया जा रहा है। कमिश्नर द्वारा 20 फरवरी तक हाईवे के निर्माण की समय सीमा निर्धारित की गई है। ऐसे में गुलावठी और हापुड़ बाइपास को तेजी से बनाया जा रहा है। इसके अलावा गुलावठी के पास तैयार हो रहे टोल प्लाजा का निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है। हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण कर टोल प्लाजा को मार्च के पहले सप्ताह में शुरू करने की तैयारी है।
एनसीआर क्षेत्र में यातायात के बेहतर विकल्प तैयार करने पर केंद्र और प्रदेश सरकार का पूरा जोर है। इसी योजना के तहत तैयार किए जा रहे मेरठ-बुलंदशहर हाईवे-235 का निर्माण कार्य इन दिनों काफी तेजी से पूरा किया जा रहा है। मेरठ से हापुड़ के बीच करीब बीस किमी के हिस्से को पूर्ण कर लिया गया है। जबकि हापुड़ में बनाए जा रहे बाइपास का निर्माण कार्य भी 70 प्रतिशत से अधिक पूरा कर लिया गया। इस हिस्से का निर्माण कार्य फरवरी माह के मध्यम तक पूरा कर लिया जाएगा। निर्धारित समय सीमा मे कार्य पूर्ण करने के लिए दिन रात काम किया जा रहा है। हालांकि पिछले दिनों सर्दी अधिक होने के कारण निर्माण कार्य की गति जरूर धीमी रही। इसके बाद हापुड़ से गुलावठी के बीच करीब 18 किमी के हिस्से का भी 90 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। ऐसे ही गुलावठी से बुलंदशहर के बीच भी लगभग काम पूरा है, अब फाइनल टच दिया जा रहा है।
दूर से दिखने लगा टोल प्लाजा
गुलावठी के पास मेरठ-बुलंदशहर हाईवे-235 पर गुलावठी के पास टोल प्लाजा तैयार किया जा रहा है। आठ लेन के इस टोल प्लाजा के पिलर खड़े होने के साथ छत की डालने का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। उम्मीद है कि मार्च के पहले सप्ताह तक हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण कर टोल प्लाजा भी शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि अभी इस संबंध में अधिकारी कुछ कहने से बच रहे हैं। क्योंकि गुलावठी में बन रहा पांच किमी लंबा बाइपास का काम अभी अधूरा है।
इन्होंने कहा ..
मेरठ-बुलंदशहर हाईवे 235 का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। 20 फरवरी तक निर्माण कार्य पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है। हर सप्ताह निर्माण की समीक्षा भी की जा रही है।
- रवींद्र कुमार, एडीएम प्रशासन