Move to Jagran APP

पति को बचाने में दो बहनों सहित तीन महिलाएं गंगा में डूबी

भाई की शादी के बाद अनूपशहर क्षेत्र में गंगा स्नान के लिए परिजनों के साथ आई पड़ोसी जनपद संभल निवासी तीन महिलाएं गंगा की तेज बहाव में बह गई। गंगा में डूबने वाली महिलाओं में दो सगी बहनें हैं जबकि एक रिश्तेदार हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 11:04 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 06:01 AM (IST)
पति को बचाने में दो बहनों सहित तीन महिलाएं गंगा में डूबी
पति को बचाने में दो बहनों सहित तीन महिलाएं गंगा में डूबी

बुलंदशहर, जेएनएन। भाई की शादी के बाद अनूपशहर क्षेत्र में गंगा स्नान के लिए परिजनों के साथ आई पड़ोसी जनपद संभल निवासी तीन महिलाएं गंगा की तेज बहाव में बह गई। गंगा में डूबने वाली महिलाओं में दो सगी बहनें हैं, जबकि एक रिश्तेदार हैं। गंगा में स्नान करने के दौरान दो महिलाओं के पति अचानक डूबने लगे थे, जिन्हें बचाने के चक्कर में तीन गंगा में समा गई। पीएसी के गोताखोर देर शाम तक महिलाओं की गंगा में तलाश की लेकिन उनका पता नहीं लगा।

loksabha election banner

जनपद संभल के गांव डुप्टा खुर्द निवासी चमन सिंह की शादी 28 जून को हुई थी। शादी के बाद की परंपरा निभाने के लिए चमन की बहन सुनीता पत्नी बंटी गांव आदमपुर जनपद जेपीनगर अपनी छोटी बहन कामिनी पत्नी दिनेश निवासी गवां जिला संभल और ननद मीनाक्षी पत्नी रामबहादुर निवासी नरौली थाना बहजोई अन्य परिजनों के साथ अनूपशहर क्षेत्र में गंगा स्नान के लिए आई थीं। स्नान करने के दौरान अचानक सुनीता का पति बंटी और मीनाक्षी का पति रामबहादुर गंगा के तेज बहाव में बहने लगे। पति को बहता देख सुनीता और मीनाक्षी ने गंगा में छलांग लगा दी। उधर, कामिनी भी बहन के साथ गंगा में कूद गई। तीनों महिलाएं तो तेज बहाव के साथ बह गई, जबकि उनके पति किसी प्रकार तैरकर नदी से बाहर आ गए। तीन महिलाओं के गंगा में बहने की सूचना पर अनूपशहर एसडीएम पदम कुमार सिंह, सीओ अतुल कुमार चौबे, कोतवाली प्रभारी और पीएसी के गोताखोरों को लेकर मौके पर पहुंचे और उनकी तलाश शुरू की। देर शाम तक महिलाओं की तलाश जारी रही, लेकिन किसी का पता नहीं चल सका। एक माह पहले कामिनी की हुई थी शादी

टिंकू सागर ने बताया कि कामिनी की शादी एक माह पूर्व ही दिनेश के साथ हुई थी। अभी तो उसके हाथ की मेहंदी भी नहीं छूटी थी। सूचना पर कामिनी की ससुराल के लोग मौके पर पहुंच गए है। ग्रामीणों ने बताया कि सुनीता और मीनाक्षी तीन-तीन बच्चों की मां हैं। कच्चे घाट ले रहे जान

जनपद में गंगा करीब 60 किमी का सफर तय करती है और किनारे पर बसे कस्बों में ही स्नान के लिए पक्के घाट हैं। जबकि गांवों में कच्चे घाट ही स्नान का मुख्य जरिया है। ऐसे में कच्चे घाट और पानी का आकलन न होने के कारण पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी है। ग्रामीण इन कच्चे घाटों को पक्का कराने और चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग भी कर चुके हैं, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। इन्होंने कहा .

गंगा में स्नान करते हुए डूबी तीन महिलाओं की तलाश पीएसी के गोताखोरों से कराई जा रही है। देर शाम तक किसी का पता नहीं चल सका है। कच्चे घाट पर स्नान करने वाले ग्रामीणों को सतर्क करने के लिए चेतावनी बोर्ड लगवाए जाएंगे।

- पदम कुमार सिंह, अनूपशहर एसडीएम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.