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बेसहारा गोवंशों को ग्रामीणों ने बनाया बंधक

नई मंडी क्षेत्र के गांव पोंडरी में ग्रामीणों ने जंगलों से बेसहारा गोवंश को पकड़कर बंधक बना लिया है। फसल बर्बाद करने वाले गोवंशों से गुस्साए ग्रामीणों ने इन पर भाला और डंडों से वार कर घायल तक कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 11:31 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 06:05 AM (IST)
बेसहारा गोवंशों को ग्रामीणों ने बनाया बंधक
बेसहारा गोवंशों को ग्रामीणों ने बनाया बंधक

बुलंदशहर, जेएन। नई मंडी क्षेत्र के गांव पोंडरी में ग्रामीणों ने जंगलों से बेसहारा गोवंश को पकड़कर बंधक बना लिया है। फसल बर्बाद करने वाले गोवंशों से गुस्साए ग्रामीणों ने इन पर भाला और डंडों से वार कर घायल तक कर दिया है। कड़ाके ठंड में खुले आसमान में चार दिनों से गोवंश भूख-प्यास और ठंड से तड़प रहे हैं।

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राज्य सरकार गोवंश के संरक्षण के लिए साढे आठ करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है लेकिन इसके बाद भी बेसहारा गोवंश को गोआश्रय स्थलों में नहीं रखा जा रहा। कोतवाली देहात क्षेत्र की नई मंडी पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव पोंडरी में ग्रामीणों ने दो दर्जन गोवंश को पकड़कर बंधक बना लिया है। कुछ गणमान्य ग्रामीणों ने इन गोवंश को बंधनमुक्त करने की बात कही लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने इसका विरोध कर दिया। चार दिनों से गोवंश खुले आसमान में बंधक बना है लेकिन पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने इन्हें बंधनमुक्त करने के लिए कोई उपाए नहीं किए हैं।

दो सांड़ों की हालत नाजुक

गुस्साए ग्रामीणों ने एक सांड के पैर में डंडे मारकर घायल कर दिया, तीन दिनों से यह सांड़ खड़ा तक नहीं हो पा रहा है। जबकि दूसरे सांड की गर्दन और पेट में भाले से वार कर घायल कर दिया है। इसके साथ ही इन्हें भूखा-प्यासा रखा जा रहा है।

8.50 करोड़ खर्च पर भी गोवंश बेबस

राज्य सरकार ने जिले में गोवंश पालन के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को साढे आठ करोड़ का भारी भरकम बजट जारी किया है। लेकिन बेसहारा गोवंश को टीम पकड़ने में लापरवाही बरत रही है। जिससे किसानों की फसल चौपट हो रही है और गुस्साए ग्रामीण इन गोवंश पर अत्याचार करने को आतुर हैं।

इन्होंने कहा..

गोवंश को बंधक बनाने के मामले की अभी तक जानकारी नहीं है। यदि ऐसा कोई मामला है जो टीम भेजकर मामले की जांच कराई जाएगी और बंधक गोवंश को गोआश्रय स्थल पर भेजा जाएगा।

-डा. लक्ष्मीनारायण, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी।


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