बारिश से लुढ़का पारा, सड़कों पर कीचड़ ही कीचड़
तीन दिन तक लगातार बिगड़े मौसम के बाद गुरुवार की रात झमाझम बारिश हुई।
बुलंदशहर : तीन दिन तक लगातार बिगड़े मौसम के बाद गुरुवार की रात झमाझम बारिश हुई। इससे पारा दो डिग्री सेल्सियस लुढ़क गया, जिससे सर्दी बढ़ गई। बारिश से सरसो और सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। जबकि सड़कों पर उठे कीचड़ ने शहरवासियों की दुश्वारियां बढ़ा दी। कीचड़ से लोगों के कपड़े खराब हुए और दोपहिया वाहन चालक फिसलकर गिरे। दिन में खिली धूप ने लोगों को सर्दी से राहत दिलाई। गुरुवार की रात करीब डेढ़ घंटा तक झमाझम बारिश हुई तो शहर के नाले उफन गए। इससे शहर के स्याना अड्डा, अनूपशहर अड्डा, भूड़, कालाआम चौराहा, शिकारपुर रोड, डीएवी तिराहा, भूड़ चौराहा और देवीपुरा आदि में जल भराव हो गया। बारिश के बाद नाले उफनने तो सिल्ट और गंदगी बहकर रास्तों पर आ गई। रैन बसेरा तक पानी में डूब गया बारिश के बाद अधिकतम पारा दो डिग्री लुढ़ककर 19 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 08 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को दिन में चटख धूप खिली तो लोगों को सर्दी से राहत मिली। लेकिन सूरज छिपते ही फिर से ठंड चुभन का अहसास कराने लगी।
कल फिर बिगड़ेगा मौसम
मौसम विद् डा. विवेकराज का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव आया था। रविवार को फिर से आसमान में बादल आने की संभावना है। साठा निवासी सतीश ने बताया कि शहरभर की सड़कों पर सीवर लाइन की खोदाई के बाद फैली मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो गी है। दिनभर लोग परेशान हुए हैं। स्कूली बच्चे यूनिफार्म कीचड़ से खराब होने के बाद घर पहुंचे हैं। जबकि जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार ¨सह का कहना है कि बारिश से गेहूं की फसल को कोई नुकसान नहीं है। सरसो को दस नुकसान है। जबकि सब्जी में पालक की फसल को बीस फीसद का नुकसान है। उतनी बारिश नहीं हुई है, कि बहुत ज्यादा नुकसान होता।