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लोक आस्था का महापर्व आज नहाय-खाय के साथ होगा शुरू

लोक आस्था और सूर्य आराधना का छठ महापर्व बुधवार से नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। महापर्व विभिन्न रीति रिवाजों से जुड़े आम लोग भी छठ पर्व का अनुष्ठान नहाय-खाय के साथ करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 04:25 AM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 04:25 AM (IST)
लोक आस्था का महापर्व आज नहाय-खाय के साथ होगा शुरू
लोक आस्था का महापर्व आज नहाय-खाय के साथ होगा शुरू

जेएनएन, बुलंदशहर। लोक आस्था और सूर्य आराधना का छठ महापर्व बुधवार से नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। महापर्व विभिन्न रीति रिवाजों से जुड़े आम लोग भी छठ पर्व का अनुष्ठान नहाय-खाय के साथ करेंगे। पूर्वाचल और बिहार मूल के लोगों ने पूरे उत्साह व उमंग के साथ सूर्य उपासना के सबसे बड़े त्योहार में आहुति देने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

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सादगी, शुद्धता और लोकपक्ष की सुगंध छठ महापर्व। दीपावली के छह दिन बाद कार्तिक महीने की षष्ठी तिथि तक सूर्य उपासना के तीन दिवसीय अनुष्ठान मुख्यत: रोग मुक्ति, संतान प्राप्ति और सुख सौभाग्य की कामना से किया जाता है। नगर के बलीपुरा से होकर गुजर रही गंग नहर पर छठ महापर्व मनाने की तैयारी जोर शोर के साथ शुरू हो गई है। आज से छठ महापर्व की रीति-रिवाज ये जुड़े लोग नहाय-खाय के साथ शुरू करेंगे। छठ महापर्व भव्यता से मनाने को कमेटी ने तैयारी पूरी की

वार्षिकोत्सव छठ महापर्व पूजा छठ अनुष्ठान कमेटी के संयोजक सुनील श्रीवास्तव व मंत्री कुशेश्वर यादव ने बताया कि छठ महापर्व को मनाने के लिए बड़ी गंगनहर नहर पर साफ सफाई के साथ तैयारी पूरी कराई जा रही हैं। श्रद्धालु और व्रती शुक्रवार को दोपहर तीन बजे से नहर किनारे बने छठ मइया के मठ पर पूजा अर्चना के बाद सूर्य देव के अस्त होते समय सूर्य देव को अ‌र्घ्य देकर भगवान सूर्यदेव की उपासना करेंगे। शनिवार की सुबह तक छठ मइया के भजन एवं गीतों के माध्यम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। छठ महापर्व के व्रतियों का 48 घंटे का सख्त व्रत

छठ महापर्व बुधवार को नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। छठ महापर्व पर व्रती 48 घंटे तक निर्जला व्रत रखते है। पंचमी के दिन शाम को सूर्य देव को गाय के कच्चे दूध का अ‌र्घ्य देकर षष्ठी को सुबह तीन पहुंच कर जल में सूर्य देव के उदय होने तक हाथ में फल लेकर सूर्य देव की उपासना कर उनको अ‌र्घ्य अर्पित कर अपना व्रत खोलते है।


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