दादा-दादी दिवस मनाकर समझाया बुजुर्गो का महत्व
शहर के दिल्ली पब्लिक स्कूल में शनिवार को दादा-दादी दिवस को हिद के रंग परिवार के संग के रूप में मनाया।
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर: शहर के दिल्ली पब्लिक स्कूल में शनिवार को दादा-दादी दिवस को हिद के रंग परिवार के संग के रूप में मनाया। नन्हें बच्चों ने मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत नैतिक शिक्षा पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर दादा-दादी को खुश किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों ने मां सरस्वती की तस्वीर के निकट दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इसके बाद मुख्य अतिथि डा. वीरेंद्र गर्ग ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि माता-पिता ही वे केंद्र बिदु हैं जो पोता-पोती और दादा-दादी के बीच के संबंध को मुधर बनाकर सु²ढ़ बनाए रखते हैं। सभी माता-पिता को यह कर्तव्य निष्ठा के साथ निभाना चाहिए। उन्होंने दादा-दादी के साथ नाना-नानी बुजुर्गों का महत्व भी बताया। संतोष बंसल ने कहा कि दादा-दादी द्वारा सिखाए गए सबक किसी पुस्तक या कक्षा में पढ़ने को नहीं मिलते हैं। वे तो ज्ञान अमृत-स्त्रोत होते हैं। इससे पूर्व मुख्य अतिथियों का प्रधानाचार्य डा. हरि शंकर वशिष्ठ ने बुकें देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में ग्रांड अभिभावक व शिक्षकगण मौजूद रहे। शिक्षक स्टाफ का विशेष सहयोग रहा।