खेत मे पानी चला रहे किसान को सांड़ ने पटक पटक कर मार डाला Bulandshahar News
शनिवार को अपने खेत में काम कर रहे किसान पर आवारा पशु ने पटक-पटक कर मार डाला। ग्रामीणों ने जंगल में जाकर आवारा पशुओं को भगाया। परिजनों में कोहराम मचा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। खानपुर थाना क्षेत्र के गांव प्याना कला के जंगल में एक किसान को सांड ने पटक पटक कर जान से मार दिया है। किसान अपने खेत में पानी चलाने के लिए गया था। जिस समय वह पानी चला रहा था, उसी समय उसके खेत में कई आवारा पशु घुस गए। उन्हीं आवारा पशुओं में से एक सांड ने किसान को पटक पटक कर जान से मारा दिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने जंगल में पहुंचकर आवारा पशुओं को दौड़ाया। किसानों का कहना है कि आवारा पशुओं ने काफी समय से परेशान किया हुआ है।
गांव प्याना कलां निवासी 64 वर्षीय कृपाल सिंह सैनी शनिवार की सुबह अपने खेत में पानी चलाने के लिए गए थे। जब वह खेत में मौजूद थे। उसी समय दर्जनों पशु उनके खेत में घुस गए और गेहूं की फसल को खाने लगे। किसान ने आवारा पशुओं को खेत से भगाने की कोशिश की तो एक सांड ने किसान को पीछे से टक्कर मारकर खेत में ही गिरा दिया। उसके बाद ताबड़तोड़ वार करने लगा। पास के ही खेतों में काम करने वाले किसानों ने यह नजारा देखा तो वह दौड़कर खेत में गए और आवारा पशुओं को वहां से भगाया। किसान को जहांगीराबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां से उन्हें बुलंदशहर के लिए रेफर कर दिया। खानपुर थाना प्रभारी विरेंद्र शर्मा ने बताया कि बुलंदशहर जाते समय रास्ते में किसान की मौत हो गई। इसके बाद वह शव वापस गांव में ले आए। थाना प्रभारी का कहना है कि पुलिस गांव में है, लेकिन अभी किसान का पोस्टमार्टम कराएंगे या नहीं यह मंथन चल रहा है। उनका कहना है कि यदि वह पोस्टमार्टम कराएंगे तो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाएगा।
शव के गांव में आते मचा कोहराम
किसान का शव जैसे ही गांव में आया परिजन चीख-चीखकर रोने लगे। साथ ही आसपास के लोगों भी स्तब्ध रह गए। उनको इस बात का अंदाजा भी नहीं था कि आज खेत में काम करते हुए ऐसा हादसा हो जाएगा।
आवारा पशुओं का आतंक
किसानों का कहना है कि आसपास के क्षेत्र व गांव में आवारा पशुओं की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि उनको रोकना संभव नहीं हो पा रहा है। साथ ही इस घटना के बाद से ही यह डर भी बढ़ गया है। आए दिन आवारा पशु किसानों के खेतों को नुकसान पहुंचाते रहते है। लेकिन प्रशासन सख्त कदम नहीं उठा रही है।