विभाग को पता नहीं और भर्ती के नाम पर युवकों से हो रही वसूली
स्वच्छ भारत मिशन अभियान के नाम पर भर्ती करने और अवैध उगाही करने का नया मामला सामने आया है।
संवाद सहयोगी, बुलंदशहर : स्वच्छ भारत मिशन अभियान के नाम पर भर्ती करने और अवैध उगाही करने का नया मामला सामने आया है। विकास भवन में गुरुवार की दोपहर पहुंचे युवाओं ने स्वच्छता के राही के रूप में भर्ती करने के नाम पर दस-दस हजार रुपये की वसूली का आरोप लगाकर हंगामा किया। उधर, इस संबंध में जब पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने इस तरह की भर्ती की जानकारी से इंकार कर दिया।
गुरुवार को करीब तीन दर्जन युवा विकास भवन पहुंचे और विकास भवन में कार्यरत एक कर्मचारी से अपने रुपये मांगते हुए हंगामा शुरू कर दिया। युवकों का आरोप था कि आरोपित कर्मचारी ने उन्हें स्वच्छताग्राही के पद पर नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया और प्रति आवेदक से दस-दस हजार रुपये की वसूले थे। उधर, युवकों का हंगामा देकर आरोपित कर्मचारी उनके बीच पहुंचा और शीघ्र ही काम दिलाने का आश्वासन दिया। उधर, युवकों ने आरोप लगाते हुए बताया कि कई दिनों ने आरोपित उनको ऐसे ही टरका रहा है। जबकि विभाग में जानकारी करने पर पता चला कि इस तरह की कोई भर्ती अभी नहीं की जा रही है।
दस हजार मानदेय का दिया लालच
आवेदक युवाओं ने बताया कि कर्मचारी ने एनजीओ के अधीन कार्य करने की एवज में 10 हजार प्रति माह का वेतन दिलाने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा आवेदकों का आरोप है कि इंटरमीडिएट के असली प्रमाण पत्र भी कर्मचारी द्वारा रख लिए गए हैं।
इन्होंने कहा ..
विभाग में ऐसी कोई भर्ती नहीं हो रही है और न ही इस बारे में कोई जानकारी है। किसी एनजीओ द्वारा भर्ती कराई भी जा रही तो कर्मचारी का इसमें सहयोग नहीं होना चाहिए। मामले की जांच कराई जाएगी।
- अमरजीत ¨सह, डीपीआरओ