गोवंश के गोबर से बरसेगा धन
बेसहारा गोवंश के संरक्षण में बुलंदशहर का पश्चिम उत्तर प्रदेश में पहला स्थान है। यहां दस हजार से अधिक गोवंश गोशालाओं में संरक्षित हैं। तमाम कारणों से बदहाल हो चुकी गोशाला को अधिक समृद्ध बनाने के लिए अब गोवंश ही सहारा बनेंगे।
बुलंदशहर, जेएनएन। बेसहारा गोवंश के संरक्षण में बुलंदशहर का पश्चिम उत्तर प्रदेश में पहला स्थान है। यहां दस हजार से अधिक गोवंश गोशालाओं में संरक्षित हैं। तमाम कारणों से बदहाल हो चुकी गोशाला को अधिक समृद्ध बनाने के लिए अब गोवंश ही सहारा बनेंगे। स्याना स्थित कान्हा गोशाला में पहला वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने का प्लांट तैयार किया जा रहा है। इस प्लांट से हर 45 दिनों में दो सौ कुंतल खाद तैयार कर किसानों को दिया जाएगा और होने वाली आमदनी से गोवंश की देखरेख की जाएगी।
करीब दो वर्ष पहले जनपद की जिस तहसील स्याना में गोवंश के अवशेष मिलने से हिसा भड़क गई थी और देश भर में चर्चाओं के केंद्र में स्याना कस्बा रहा था, अब उसी स्याना में एक बार फिर गोवंश के संरक्षण और सुरक्षा का बड़ा संदेश देने की तैयारी की जा रही है। यहां नगर पालिका की देखरेख में चल रही कान्हा गोशाला में वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। खाद बनाने का प्लांट लगभग बनकर तैयार हो गया है। इस पर नगर पालिका ने बीस लाख रुपये खर्च किए हैं।
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ऐसे बनेगा खाद
वर्तमान में गोशाला में 150 गोवंश को रखा गया है। गोवंश के गोबर से पहले 15 दिन खुले में रखा जाएगा। इसके बाद प्लांट की पिट में डालकर केंचुआ छोड़े जाएंगे और 30 से 40 दिनों में खाद खेतों में डालने लायक तैयार हो जाएगा। इसके बाद खाद को किसानों को बिक्री कर दिया जाएगा।
एक बार में तैयार होगा 200 कुंतल खाद
गोशाला में तैयार किए जा रहे प्लांट में दस बडे़ खाद पिट बनाए गए हैं। जिसमें एक बार में 150 से दो सौ कुंतल तक खाद तैयार किया जा सकेगा। अगले तीन सप्ताह में प्लांट में वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार होना शुरू हो जाएगा। स्याना के बाद जनपद की अन्य गोशालाओं में भी इसी तरह का प्लांट शुरू करने की योजना जिला प्रशासन ने तैयार की है।
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जिले में गोवंश की स्थित
135 - ग्रामीण क्षेत्र में गोशाला 10061 - गोवंश ग्रामीण क्षेत्र में गोशाला में संरक्षित
17 - शहरी क्षेत्र में गोशाला 2485 - गोवंश शहरी क्षेत्र की गोशाला में संरक्षित
1,000 - कुंतल गोबर निकला है प्रतिदिन
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स्याना स्थित कान्हा गोशला में वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने की तैयारी है। शीघ्र ही यहां खाद बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इससे गोशाला में रखे गए गोवंश की स्थिति में भी सुधार होगा। अन्य गोशालाओं में भी ऐसे ही बर्मी कंपोस्ट खाद के प्लांट लगाएं जाएंगे।
- रविद्र कुमार, जिलाधिकारी