सुविधाओं के वादे के साथ बुला रही हैं कंपनी
लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में लोगों को कंपनी बंद होने के चलते अपना काम छोड़कर वापस अपने पैतृक घर आना पड़ा। अब हालात कुछ सामान्य होने लगे तो कंपनियों ने भी अपने श्रम शक्ति को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। पिछले दो सप्ताह से युवाओं के पास उनकी कंपनियों से वापस काम पर लौटने के लिए लगातार फोन आ रहे हैं। उधर कंपनियों की ओर से आ रहे बुलावे को लेकर युवा भी उत्साह में हैं और काम पर लौटने के लिए तैयार है।
बुलंदशहर, जेएनएन। लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में लोगों को कंपनी बंद होने के चलते अपना काम छोड़कर वापस अपने पैतृक घर आना पड़ा। अब हालात कुछ सामान्य होने लगे तो कंपनियों ने भी अपने श्रम शक्ति को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। पिछले दो सप्ताह से युवाओं के पास उनकी कंपनियों से वापस काम पर लौटने के लिए लगातार फोन आ रहे हैं। उधर, कंपनियों की ओर से आ रहे बुलावे को लेकर युवा भी उत्साह में हैं और काम पर लौटने के लिए तैयार है।
कोरोना काल में लागू किए गए लॉकडाउन का गहरा असर लोगों पर है। जनपद से बाहर रोजी-रोटी कमाने के लिए निकले हजारों युवा लॉकडाउन के कारण फिलहाल अपने घरों पर ही है और छोटा-मोटा काम-धंधा कर अपनी जीविका चला रहे हैं। कुछ ने सब्जी बैंचने का काम शुरू किया तो कुछ ने कपड़ों की सिलाई शुरू कर दी। जबकि अधिकांश युवा किसान परिवार से होने के कारण उन्होंने खेती-किसानी में अपने परिवार का हाथ बटाना शुरू कर दिया। उधर, लंबे चलते लॉकडाउन के कारण युवाओं की स्थिति और सोच में भी बदलाव आने लगा है। कंपनी में विभिन्न जिम्मेदारी निभाने वाले कुशल कामगार अपने मूल काम को छोड़कर खुश नहीं हैं। ऐसे में अब युवाओं को उनकी कंपनियों ने फोन कॉल के माध्यम से बुलावा भेजना शुरू कर दिया है। पिछले दो सप्ताह में सैंकड़ों युवाओं को दिल्ली, गुडगांव, फरिदाबाद, नोएड़ा आदि स्थानों से कॉल आ चुकी है। उधर, कंपनी से आ रही कॉल ने युवाओं को भी उत्साह से भर दिया है और युवा जून के पहले सप्ताह में ही वापस लौटने की तैयारियों में जुटे हैं।
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मैं गुडगांव के उद्योग विहार फेज वन स्थित पॉलीपैक कंपनी में फिटर के रूप में काम करता हूॅ। लॉकडाउन शुरू होने पर कंपनी बंद हो गई और अपने गांव लौटना पड़। अब कंपनी प्रबंधन उन्हें लगातार काम पर लौटने के लिए फोन कर रहे हैं। साथ ही तमाम सुविधाएं देने की बात भी की जा रही है।
- अनुज राजपूत, खुर्जा
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नोएडा़ के सेक्टर-58 स्थित सस्ता सुंदर हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सैल्समैन के पद पर काम करता हूॅ। लॉकडाउन में कंपनी बंद हुई तो अपने साथियों के साथ गांव आ गए। अब कंपनी लगातार फोन कर उन्हें बुला रही है। जून के पहले सप्ताह में वापस काम पर लौटने की तैयारी हो रही है।
- नरसिंह, अनूपशहर
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नोएडा स्थित एचडीवी फाइनेंस कंपनी में काफी समय से काम कर रहा हूॅ, लॉकडाउन के कारण कंपनी बंद हो गई और मुझे भी घर लौटना पड़ा। अब फिर से कंपनी शुरू हो रही है और कई बार फोन कर ज्वाइन करने के लिए कहा गया है।
- अंकित सिसोदिया, अनूपशहर