महंगी हुई चाय की चुस्की, 40 रुपये प्रति किग्रा तक बढ़े दाम
चाय के शौकीनों के लिए चाय की चुस्की महंगा पड़ रहा है। इसकी वजह चाय पत्ती की दामों में हो रही रही बढ़ोतरी है। बीते तीन माह में चाय पत्ती के दाम में 20 से लेकर 40 रुपये प्रतिकिलो तक का इजाफा हुआ है। खुली चाय के साथ कंपनियों की पैक्ड चाय की कीमतों पर भी असर पड़ रहा है। जबकि कोरोना काल में बिक्री करीब 25 फीसद तक बढ़ी है। थोक कारोबारी दाम बढ़ने के लिए आसाम व पश्चिम बंगाल के चाय बागानों में मजदूरों की कमी और बाढ़ को जिम्मेदार मान रहे हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन।
चाय के शौकीनों के लिए चाय की चुस्की महंगा पड़ रहा है। इसकी वजह चाय पत्ती की दामों में हो रही रही बढ़ोतरी है। बीते तीन माह में चाय पत्ती के दाम में 20 से लेकर 40 रुपये प्रतिकिलो तक का इजाफा हुआ है। खुली चाय के साथ कंपनियों की पैक्ड चाय की कीमतों पर भी असर पड़ रहा है। जबकि कोरोना काल में बिक्री करीब 25 फीसद तक बढ़ी है। थोक कारोबारी दाम बढ़ने के लिए आसाम व पश्चिम बंगाल के चाय बागानों में मजदूरों की कमी और बाढ़ को जिम्मेदार मान रहे हैं।
कोरोना काल में लाकडाउन के बाद मसाले, दाल और तेल की महंगाई ने पहले से ही कमर तोड़ रखी है, अब चायपत्ती के दामों ने चाय के शौकीनों का जायका बिगाड़ दिया है। कोरोना काल में जिन चीजों की सबसे ज्यादा खपत हो रही है उनमें चाय पत्ती भी एक है। किराना दुकानों व शॉपिग मॉल में पचास से अधिक कंपनियों की चाय बिकती है, जबकि 30 रिटेल कारोबारी खुली चाय पत्ती बेचते हैं। पैक्ड चाय पर 40 तो खुली चाय पर 50 रुपये प्रति किलो तक कीमत बढ़ी है। व्यापारियों के मुताबिक जुलाई से अक्टूबर तक चाय के उत्पादन का सीजन रहता है, लेकिन इस बार बाढ़ की वजह से फसल खराब हो गई है और उसका उसर कीमतों पर पड़ रहा है। बोले व्यापारी-----
पूर्व का जो स्टॉक था, वो लॉकडाउन में मिली छूट के दौरान खपत में आ गया। इसके अलावा जब अनलॉक में बाजार में दुकाने खुलीं, तो चाय की खपत बढ़ गई। वैसे गर्मी में चाय की मांग कम होती है, लेकिन चाय पत्ति की आपूर्ति नं होने व मांग कायम रहने से दाम बढ़ रहे हैं। चाय बागान में से मजूदरों के पलायन करने से उनमें चाय की पत्ती खराब हो गई। जिसके कारण भी चाय मार्केट में उछाल आना तय है। असम से लेकर बंगाल तक चाय के बागान में मजदूर न होने से चाय पत्ती की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
- राजीव अग्रवाल, व्यापारी चाय के दाम तीन महीने पहले और वर्तमान में रेट
पहले अब
500 540 (प्रति किलोग्राम)
32 35 (प्रति 100 ग्राम)
नोट: व्यापारियों के मुताबिक प्रति 100 ग्राम चाय में सब्सिडी मिलने से वह किलो के हिसाब से सस्ती है।