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मृतक आंगनबाड़ी आश्रितों को मिले 30-30 लाख

जेएनएन बुलंदशहर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी करते समय कोविड-19 संक्रमण की चपेट में आई दो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मौत हो गई थी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 11:04 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 11:04 PM (IST)
मृतक आंगनबाड़ी आश्रितों को मिले 30-30 लाख
मृतक आंगनबाड़ी आश्रितों को मिले 30-30 लाख

जेएनएन, बुलंदशहर : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी करते समय कोविड-19 संक्रमण की चपेट में आई दो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की मौत हो गई थी। जिला प्रशासन और निर्वाचन कार्यालय ने इनकी कोविड-19 की रिपोर्ट लगाकर निदेशालय भेजी थी। शासन ने कोविड-19 से संक्रमण की चपेट में आने और मौत होने पर मृतक आश्रितों को 30-30 लाख रुपये जारी किए हैं।

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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्री कौसर सुलताना निवासी साठा मोहल्ला दो मई को कोरोना पाजिटिव हो गई थी। रिपोर्ट आने के 20 घंटे बाद ही इनकी मौत हो गई थी। इसके साथ ही गुलावठी ब्लाक में तैनात प्रीति देवी कोविड-19 की चपेट में आई और 17 मई को इनकी मौत हो गई थी। निर्वाचन कार्यालय, जिलाधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी की स्वीकृति के बाद फाइल निदेशालय भेजी गई। जिसके बाद शासन ने दोनों मृतक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के आश्रितों को 30-30 लाख रुपये की आर्थिक मदद की है। इसके साथ ही गुलावठी क्षेत्र की आंगनबाड़ी की दो संतानों को बाल सेवा योजना के अंतर्गत लाभांवित किया गया है। इन्हें चार-चार हजार रुपये योजना के नियमानुसार भेजे जाएंगे।

इन्होंने कहा.

दोनों आंगनबाड़ी को शासन ने मिली आर्थिक मदद की धनराशि प्राप्त हो चुकी है। कागजी कार्रवाई की जा रही है एक-दो दिनों में मृतक आश्रितों के खातों में धनराशि जारी कर दी जाएगी।

-हरिओम वाजपेयी, जिला कार्यक्रम अधिकारी

डिलीवरी के एवज में रुपये मांगने का आरोप

बुलंदशहर: गांव मुनि स्थित सीएचसी पर तैनात नर्सों पर डिलीवरी के एवज में रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए पीड़ित ने सीएमओ को शिकायती पत्र भेजा है। साथ ही मामले में जांच के बाद कार्रवाई की मांग की है।

क्षेत्र के गांव ढकपुरा निवासी दीपक पुत्र गंगासरन ने सीएमओ को शिकायती पत्र भेजा है। जिसमें बताया कि वह अपनी पत्नी पायल की डिलीवरी कराने के लिए मुनि स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर गए थे। आरोप है कि वहां तैनात दो नसरें से पायल की सास को अपने पास बुलाया और डिलीवरी संकट में है। आप कहीं बाहर ले जाओ और यहां कराना चाहते हो, तो उसके पांच हजार रुपये देने पड़ेंगे। हालांकि उसके बाद वहां डिलीवरी हुई। मामले में पीड़ित ने नर्सों के खिलाफ कार्रवाई की मांग सीएमओ से की है।


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