Move to Jagran APP

सूर्य की उपासना कर ग्रहण किया खीर का प्रसाद

लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ। महापर्व के दूसरे दिन विभिन्न रीति रिवाजों से जुड़े लोग भी छठ पर्व का अनुष्ठान कर रहे हैं। गुरुवार को नहाय खाय के बाद खरना में श्रद्धालुओं ने व्रत रखा। सूर्य अस्त होने के बाद गुड़ की खीर से पूजन कर प्रसाद ग्रहण किया। आज शाम को अस्त होते हुए सूर्य देव को श्रद्धालु अ‌र्घ्य अर्पित करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 11:34 PM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 11:34 PM (IST)
सूर्य की उपासना कर ग्रहण किया खीर का प्रसाद
सूर्य की उपासना कर ग्रहण किया खीर का प्रसाद

जेएनएन, बुलंदशहर। लोक आस्था का महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ। महापर्व के दूसरे दिन विभिन्न रीति रिवाजों से जुड़े लोग भी छठ पर्व का अनुष्ठान कर रहे हैं। गुरुवार को नहाय खाय के बाद खरना में श्रद्धालुओं ने व्रत रखा। सूर्य अस्त होने के बाद गुड़ की खीर से पूजन कर प्रसाद ग्रहण किया। आज शाम को अस्त होते हुए सूर्य देव को श्रद्धालु अ‌र्घ्य अर्पित करेंगे।

loksabha election banner

नगर के बलीपुरा से होकर गुजर रही गंगनहर पर छठ महापर्व मनाने की तैयारी जोर शोर के साथ शुरू हो गई है। सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालुओं ने घरों में शाम को खरना में सूर्य अस्त के बाद मिट्टी के चूल्हे पर नए बर्तनों में गुड़ की खीर बनाकर पूजा पाठ कर प्रसाद ग्रहण किया। छठ महापर्व भव्यता से मनाने को कमेटी ने तैयारी पूरी की

वार्षिकोत्सव छठ महापर्व पूजा छठ अनुष्ठान कमेटी के मंत्री कुशेश्वर यादव ने बताया कि छठ महापर्व को मनाने के लिए बड़ी गंगनहर नहर पर साफ-सफाई के साथ तैयारी पूरी कर ली गई है। श्रद्धालु और व्रती शुक्रवार को दोपहर तीन बजे से नहर किनारे बने छठ मइया के मठ पर पूजा अर्चना के बाद सूर्य देव के अस्त होते समय सूर्य देव को अ‌र्घ्य देकर भगवान सूर्यदेव की उपासना करेंगे। वहीं छठ मइया के भजन एवं गीतों के माध्यम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।

छठ महापर्व के व्रतियों का 48 घंटे का व्रत

छठ महापर्व बुधवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया। छठ महापर्व पर व्रती 48 घंटे तक निर्जला व्रत रखते हैं। पंचमी के दिन शाम को सूर्य देव को गाय के कच्चे दूध का अ‌र्घ्य देकर षष्ठी को सुबह तीन पहुंच कर जल में सूर्य देव के उदय होने तक हाथ में फल लेकर सूर्य देव की उपासना कर उनको अ‌र्घ्य अर्पित कर अपना व्रत खोलते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.