सुमित के परिजनों को पुलिस ने घर में किया नजरबंद
स्याना बवाल में पुलिस की गोली से मारे गए सुमित के परिजनों को बुधवार को पुलिस ने मुख्यमंत्री की सभा में नहीं जाने दिया।
स्याना (बुलंदशहर) : स्याना बवाल में पुलिस की गोली से मारे गए सुमित के परिजनों को बुधवार को पुलिस ने मुख्यमंत्री की सभा में नहीं जाने दिया। किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए पुलिस ने सुमित के पूरे परिवार को नजरबंद कर घर के बाहर पहरा लगा दिया जो मुख्यमंत्री के जाने के बाद ही हटा। सुमित के पिता ने पुलिस पर मुख्यमंत्री की सभा में जाने से रोकने का आरोप लगाया है।
तीन दिसंबर को स्याना में गोवंशों के अवशेष मिलने पर ¨चगरावठी पुलिस चौकी के पास खूनी बवाल हो गया था, जिसमें गोली लगने से स्याना कोतवाल सुबोध कुमार ¨सह व ¨चगरावठी गांव निवासी सुमित पुत्र अमरजीत ¨सह की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही सुमित के पिता सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। स्याना विधायक देवेंद्र ¨सह लोधी लखनऊ में सुमित के परिजनों की एक बार मुख्यमंत्री से मुलाकात करा चुके है।
बुधवार को सुमित के पिता अमरजीत ¨सह, मां गीता देवी, चाचा धीरज ¨सह व भाई विनीत को मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिए बुलंदशहर जाना था। अमरजीत ने बताया कि सांसद डा. भोला ¨सह व क्षेत्रीय विधायक देवेंद्र लोधी ने उनके परिजनों को मुख्यमंत्री से मुलाकात करवाने का आश्वासन दिया था। इस को लेकर वह अपने परिजनों के साथ दोपहर एक बजे घर से बुलंदशहर जाने को निकले, लेकिन तभी गांव पहुंची पुलिस ने उन्हें रोक कर घर में नजरबंद कर दिया और घर के चारों और पुलिसकर्मियों का पहरा लगा दिया। अमरजीत ¨सह ने बताया कि उसके भाई धीरज ¨सह की पुत्रवधू बुलंदशहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती है। अमरजीत का आरोप था कि पुलिस ने भाई व उसके परिवार को भी बुलंदशहर अस्पताल भी नहीं जाने दिया। उधर, स्याना कोतवाली प्रभारी केपी ¨सह ने बताया कि सुमित के परिजनों पर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिए कोई लिखित अनुमति नहीं थी। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में पुलिस बल तैनात किया गया था।