चीनी मिलों की मांग पूरी, बकाया भुगतान से बनाई दूरी
लॉकडाउन के साथ-साथ किसानों के ऊपर चीनी मिलों की उदासीनता का भी शिकार होना पड़ रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। लॉकडाउन के साथ-साथ किसानों के ऊपर चीनी मिलों की उदासीनता का भी शिकार होना पड़ रहा है। चीनी मिलों जिले के गन्ना किसानों को लगभग 186 करोड़ रुपये बकाया चल रहा है। तीन चीनी मिलों ने 31 मार्च तक समस्त भुगतान करने का आश्वासन जिला गन्ना अधिकारी को दिया है। हालांकि एक चीनी मिल ने वर्तमान पेराई सत्र का किसानों को एक भी रुपया भुगतान नहीं किया है।
चीनी बिक्री में कोटा निर्धारण होने के चलते किसानों के गन्ना भुगतान में चीनी मिलों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें अनामिका, साबितगढ़ और अनूपशहर चीनी मिल लगातार किसानों को भुगतान कर रही हैं। 15 मार्च को भी तीनों चीनी मिलों ने करोड़ों भुगतान किया है। इसके बावजूद अनूपशहर चीनी मिल पर 40 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों का लंबित है। मिल ट्रांसपोर्ट पर रोक नहीं
जनपद के दो चीनी मिलों ने जिला गन्ना अधिकारी को पत्र भेजकर कानपुर से केमिकल्स, राजस्थान से चूना और मथुरा से सल्फर मंगाने की व्यवस्था कराने की मांग करते हुए पत्र भेजे थे। चीनी मिलों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था न होने के चलते मिल बंदी की चेतावनी दी है। हालांकि जिला गन्ना अधिकारी ने इन्हें प्रमुख सचिव के निर्देशों का हवाला देते हुए बताया कि मिल प्रबंधन के किसी भी ट्रांसपोर्ट पर रोक नहीं है और गन्ना विभाग ऐसे सामानों की आपूर्ति कराने के लिए बाध्य नहीं है। बकाया की स्थिति
वेव चीनी मिल 77 करोड़
अनामिका चीनी मिल 31 करोड़
साबितगढ़ चीनी मिल 38 करोड़
अनूपशहर चीनी मिल 40 करोड़ किसान बोले ..
लॉकडाउन में सरकार ने किसानों के लिए काफी राहत दे रखी है, वाहनों पर प्रतिबंध नहीं है और बीज, खाद व रसायन की दुकानें भी खुली हैं। गन्ना भुगतान समय से न होने से आर्थिक स्थिति खराब है। पुरानी फसल बेचकर ही घर का खर्च चल रहा है।
- लोकेंद्र सिंह, बीबीनगर
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बच्चों की पढ़ाई बंद है, इधर-उधर आना जाना बंद है अब तो गन्ना खत्म हो जाए इसकी चिता सता रही है। लॉकडाउन के दौरान यदि चीनी मिल बंद हो गई तो किसानों की स्थिति काफी खराब हो जाएगी।
- प्रेमशंकर, बिलसूरी।
इन्होंने कहा..
किसानों के भुगतान में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्यालय खुले हैं चीनी मिलों की पेराई सत्र जारी रहेगी, कोई बाधा उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी। भुगतान की प्रक्रिया जारी है 31 तक किसानों के खातों में भुगतान पहुंच जाएगा।
- डीके सैनी, जिला गन्ना अधिकारी।