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लोस चुनाव 2019:: धरातल से दूर रिग रोड, हाईवे की अटकी रफ्तार

दिल्ली से मात्र 70 किमी की दूरी पर बसा बुलंदशहर कनेक्टिविटी के मामले में अभी काफी पीछे है। यहां कहने को चार हाईवे हैं जिसमें एक निर्माणाधीन है और एक की अभी घोषणा ही हो सकी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 10:56 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 10:56 PM (IST)
लोस चुनाव 2019:: धरातल से दूर रिग रोड, हाईवे की अटकी रफ्तार
लोस चुनाव 2019:: धरातल से दूर रिग रोड, हाईवे की अटकी रफ्तार

बुलंदशहर : दिल्ली से मात्र 70 किमी की दूरी पर बसा बुलंदशहर कनेक्टिविटी के मामले में अभी काफी पीछे है। यहां कहने को चार हाईवे हैं, जिसमें एक निर्माणाधीन है और एक की अभी घोषणा ही हो सकी है। ऐसा ही हाल इनर रिग रोड का है। रिग रोड का प्रस्ताव फाइलों में फंसा है। अभी तक किसी राजनेता ने हाईवे या रिग रोड निर्माण को लेकर ठोस पहल किसी भी स्तर पर नहीं की है।

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नेशनल हाईवे संख्या-91 करीब छह वर्ष पहले बनकर तैयार हुआ और दिल्ली से अलीगढ़ के बीच यातायात सुगम हुआ। हाईवे बुलंदशहर के किनारे से होकर गुजरता है। इस हाईवे से बुलंदशहर से गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र के हिस्से खुर्जा और सिकंदराबाद को अधिक लाभ हुआ। अब मेरठ-हापुड़-बुलंदशहर के बीच बेहतर यातायात के लिए नेशनल हाईवे संख्या-235 का निर्माण किया जा रहा है। वर्ष 2018 के मध्य तक इस हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए था, लेकिन तमाम कारणों से यह अभी तक बन ही रहा है। वर्तमान में भी बुलंदशहर के साथ हापुड़ और मेरठ जनपद में निर्माण कार्य जारी है। ऐसे ही अलीगढ़-मुरादाबाद के बीच बेहतर यातायात के लिए हाईवे संख्या-509 भी जिले को छूकर गुजर रहा है। इस हाईवे का सबसे अधिक लाभ अलीगढ़ को है। अब पिछले दिनों बुलंदशहर से गढ़मुक्तेश्वर के बीच हाईवे संख्या-65 के निर्माण की घोषणा खुद केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी कर चुके हैं।

इनर रिग रोड बने तो बने बात

शहर को जाम से बचाने के एकमात्र विकल्प के रूप में इनर रिग रोड का प्रस्ताव एक दशक से तैयार है। यह प्रस्ताव भी अटका हुआ है। कुछ दिन पहले पूर्व डीएम अनुज कुमार झा ने फिर से रिग रोड का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। शासन ने भी प्रस्ताव में गंभीरता दिखाई और कुछ सुझाव और सुधार के साथ फिर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए थे। लेकिन अभी तक कोई ठोस पहल इनर रिग रोड को धरातल पर उतारने के लिए नहीं हो सकी है। इस बेरुखी के कारण आए दिन शहरी क्षेत्र में तो जाम रहता ही है, साथ ही शहर को छूकर निकल रहे हाईवे भी जाम की गिरफ्त में रहते हैं।

जमीन को लेकर उलझी राह

करीब एक माह पहले जिले में आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्थानीय सांसद डा. भोला सिंह द्वारा इनर रिग रोड के प्रस्ताव को लेकर घोषणा करते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार जमीन उपलब्ध करा दे तो वह रिग रोड को बनवा देंगे। लेकिन स्थानीय प्रतिनिधियों के समक्ष सवाल उठाया गया कि जब प्रदेश और केंद्र में भाजपा की ही सरकार है तो फिर जमीन का मसला क्यों अटका हुआ है।

बड़े काम की होगी रिग रोड

इनर रिग रोड जिले के साथ शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने का सबसे मजबूत विकल्प होगा। जिले से होकर गुजर रहे नेशनल हाईवे के साथ स्टेट हाईवे को भी इस रिग रोड द्वारा आपस में जोड़ा जा सकेगा। शहर के बाहर से होकर निकलने वाली रिग रोड के बन जाने से भारी वाहनों का शहर में प्रवेश बंद हो जाएगा। साथ ही शहर के बीच से होकर गुजरने वाले वाहनों पर भी रोक लग जाएगी।

इन्होंने कहा ..

इनर रिग रोड के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से वार्ता हो चुकी है। वह इस प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर हैं। प्रशासन के माध्यम से संशोधित रिग रोड का प्रस्ताव बनाकर प्रदेश सरकार को भेजा गया है। शीघ्र ही सार्थक परिणाम सामने आएगा। ऐसे ही बुलंदशहर से मेरठ के बीच निर्माणाधीन नेशनल हाईवे-235 का निर्माण पूर्ण होने पर जिलेवासियों का इसका बड़ा लाभ मिलेगा।

- डा. भोला सिंह, सांसद


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