बेटे को इंसाफ नहीं मिला तो कर लूंगी आत्मदाह
¨चगरावठी बवाल में जवान बेटे सुमित को खोने वाले अमरजीत ¨सह और उनकी पत्नी गीता देवी अभी भी इंसाफ की मांग कर रहे है।
बुलंदशहर : ¨चगरावठी बवाल में जवान बेटे सुमित को खोने वाले अमरजीत ¨सह और उनकी पत्नी गीता देवी अभी भी इंसाफ की मांग कर रहे है। बेटे को इंसाफ मिलने पर मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह की चेतावनी दे रहे हैं।
मृतक सुमित के पिता अमरजीत ¨सह अभी भी बवाल और बेटे की मौत के लिए पुलिस-प्रशासन को ही जिम्मेदार बता रहे हैं। गुरुवार को भी उन्होंने कहा कि उनके बेटे को कोतवाल सुबोध कुमार ¨सह ने गोली मारी थी। महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग को भी शिकायत करने की बात बोल रहे हैं। आरोप है कि पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। घटना का चश्मदीद गवाह कोतवाल की सरकारी गाड़ी का चालक रामआसरे भी है। पुलिस उसको अभी तक छिपाए हुए है। उसको भी मीडिया के सामने लाए और हंगामे के समय मौजूद ग्रामीणों के बयान भी ले। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच का कोई भरोसा नहीं है। घटना की निष्पक्ष जांच सीबीआई से कराई जाए। बवाल में कोतवाल की जान गई तो उसको पचास लाख और नौकरी सरकार ने दी। पिता का कहना है कि उन्हें भी इसी तरह का सम्मान चाहिए। यदि नहीं मिला तो वह 18 दिसंबर को योगी के आवास के सामने ही आत्मदाह करेंगे। अमरजीत ¨सह ने बताया कि डासना मंदिर के महाराज नर¨सघानन्द 14 दिसंबर को परिवार से मिलने पहुंच रहे हैं। इसके बाद ही आगे की रणनीति तैयार करेंगे।