समाजसेवी कार्यकर्ताओं ने सीएचसी पर लगवाया कोरोना का टीका
बुलंदशहर जेएनएन समाजसेवी कार्यकर्ताओं ने नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया। शुक्रवार को 45 वर्ष से अधिक आयु वाले नगर-क्षेत्र के दर्जनों समाजिक कार्यकर्ता कोरोना का टीका लगवाने सीएचसी पहुंचे।
बुलंदशहर, जेएनएन: समाजसेवी कार्यकर्ताओं ने नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया। शुक्रवार को 45 वर्ष से अधिक आयु वाले नगर-क्षेत्र के दर्जनों समाजिक कार्यकर्ता कोरोना का टीका लगवाने सीएचसी पहुंचे। जहां सभी समाजसेवियों को कोरोना का टीका लगाया गया। टीकाकरण कराने के बाद नगर के वरिष्ठ समाजसेवी डा. रहीस मलिक ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हम सब लोगों को सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन अवश्य करना चाहिए। वहीं 45 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी लोगों को कोरोना का टीकाकरण जरूर कराना चाहिए। कहा कि सभी समाजसेवी कार्यकर्ता नगर-क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव व टीकाकरण कराने के लिए जागरूक करेंगे। जिससे नगर-क्षेत्र को इस महामारी से जल्द ही मुक्ति मिल सके। इस दौरान सुधीर अग्रवाल, राजेंद्र शमर, मुनीश शमर व घनश्याम सैनी सहित महिला समाजसेविका मौजूद रही।
वैक्सीन लगने के बाद भी स्वास्थ्य कर्मी हुआ संक्रमित
जेएनएन, बुलंदशहर : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। जिले में वैक्सीन की दोनों डोज लगने के बाद भी स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित मिलने पुष्टि हुई है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 16 जनवरी से टीकाकरण का विशेष अभियान शुरू किया गया था। पहले चरण में फ्रंट लाइन वर्कर यानि स्वास्थ्य कर्मियों से वैक्सीन लगाने के लिए शुरूआत की गई थी। सीएचसी जहांगीराबाद पर तैनात एक स्वास्थ्य कर्मचारी को जनवरी माह में पहली डोज और फरवरी माह में दूसरी डोज लगाई गई थी। कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच की संख्या बढ़ा दी है। तीन अप्रैल को सीएचसी जहांगीराबाद पर तैनात उक्त कर्मचारी ने स्वयं और बेटे की एंटीजन किट से जांच कराई थी। जांच में कर्मचारी और उसका बेटे की रिपोर्ट पाजिटिव आई। रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद उन्हें होम आइसोलेट कर विभाग ने उनके संपर्क में आने वालों की तलाश शुरू कर दी । तलाश में चार अप्रैल को उनके संपर्क में आए चार अन्य लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।
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इन्होंने कहा..
दूसरी डोज लगने के बाद पाजिटिव हो सकता है। स्वास्थ्य कर्मी में एंटीबाडी नहीं बन पाई होगी जिसके चलते संक्रमित हुआ है।
- सीएमओ/नोडल अधिकारी डा. सुष्पेंद्र कुमार
डोज लगने के बाद एक-दो केस पाजिटिव मिलने की शासन भी संभावना जता चुका है। पाजिटिव आने के क्या कारण रहे इसकी जांच कराई जाएगी।
-डा. भवतोष शंखधर, सीएमओ