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प्रशासन की लापरवाही से छह गोवंश की मौत, दर्जनों बीमार

बेसहारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए नगर में बनाई गई अस्थाई गोशाला में प्रशासनिक लापरवाही के कारण दो सप्ताह में चार गोवंश की मौत हो गई, जबकि दर्जनों गोवंश ¨जदगी और मौत से जूझ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 10:33 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 10:33 PM (IST)
प्रशासन की लापरवाही से छह गोवंश की मौत, दर्जनों बीमार
प्रशासन की लापरवाही से छह गोवंश की मौत, दर्जनों बीमार

जेवर : बेसहारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए नगर में बनाई गई अस्थाई गोशाला में प्रशासनिक लापरवाही के कारण दो सप्ताह में चार गोवंश की मौत हो गई, जबकि दर्जनों गोवंश ¨जदगी और मौत से जूझ रहे हैं। बारिश के कारण गोशाला में लगभग एक फुट पानी भर गया है। गोवंश की मौत की सूचना पर प्रशासन में हड़कंप मचा है। उधर, ऊंचागांव क्षेत्र के गांव नरसेना में बनी अस्थाई गोशाला में भी दो बेसहारा गोवंश की मौत हो गई। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने गोशाला में बंद सभी पशुओं को छोड़ दिया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने मामले की जांच के आदेश नरसेना पुलिस को दिए हैं।

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शासन के निर्देश पर 12 जनवरी को जेवर स्थित जाबलि ऋषि आश्रम की बगीची पर तहसील प्रशासन द्वारा अस्थाई गोशाला बनाई गई है। वर्तमान में इस गोशाला में लगभग 60 बेसहारा गोवंश हैं। यहां पशुओं को सर्दी से बचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। चारे का भी खुले में ही भंडारण कर दिया गया। अव्यवस्थाओं की वजह से पशु बीमार हो रहे हैं। दो सप्ताह में चार गोवंश की मौत हो चुकी है। वहीं दर्जनों गोवंश बीमार चल रहे हैं। प्रशासनिक व नगर पंचायत के अधिकारी दो गोवंश की मौत की बात कह रहे हैं।

दूसरी ओर गांव नरसेना में ग्रामीणों ने पांच दिन तक गोवंशों की देखभाल और चारे की व्यवस्था की जिम्मेदारी निभाई। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिन से पशुओं को चारा और पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। इसके कारण दो पशुओं की मौत हो गई। जबकि एक पशु की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस के साथ पहुंचे स्याना तहसीलदार राजकुमार भास्कर ने पशु चिकित्सक को बुलाकर बीमार पशु का उपचार कराया। तहसीलदार ने बताया कि पशुओं की मौत भूख से नहीं हुई है। एक पशु की मौत आपस में लड़ने और दूसरे की बीमारी से मौत हुई है।

बरसात से बिगड़ गए और हालात

सोमवार को दिन और रात को बरसात ने गोशाला की हालत बिगाड़ कर रख दी है। गोशाला के अंदर ज्यादातर स्थान पर एक फुट से भी अधिक पानी भरा हुआ है। सोमवार को एक गाय की मौत के बाद हरकत में आए प्रशासन ने पशु चिकित्सकों को गोवंश के उपचार के आदेश दिए हैं। बावजूद इसके अव्यवस्थाओं की वजह से बीमार पशुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।

इन्होंने कहा...

अभी तक दो गोवंश की मौत हुई है। बीमार गोवंश के उपचार के लिए पशु चिकित्सकों की टीम लगातार देखभाल में लगी है।

दिनेश कुमार शुक्ला, नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी ----

मामला उनके संज्ञान में नहीं है। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-प्रसून द्विवेदी, जेवर एसडीएम।


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