आसमान में छाया स्मॉग, लोग परेशान
दीपावली के बाद से जिले का प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन : दीपावली के बाद से जिले का प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। शहर की आबो हवा दिल्ली के बराबर जहरीली हो गई। बुधवार को बुलंदशहर का एयर क्वालिटी इंडक्शन (एक्यूआइ) 416 और दिल्ली का एक्यूआइ 417 रिकार्ड किया गया। प्रदूषण के कारण जिलेभर में धुंध छाई हुई है।
15 अक्टूबर तक जिले के वातावरण स्वच्छ था और एक्यूआइ 200 से कम ही रहा। 20 अक्टूबर के बाद प्रदूषण बढ़ना शुरू हुआ। दीपावली से पहले जिले का एक्यूआइ 212 था। आतिशबाजी के बाद प्रदूषण बढ़ना शुरू हुआ तो 28 अक्टूबर को एक्यूआइ 256 पहुंच गया। 29 अक्टूबर को 382 तक प्रदूषण का स्तर पहुंचा, जबकि बुधवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक्यूआइ 416 रिकार्ड किया। जोकि इस साल का सबसे अधिक प्रदूषण रेट है, जबकि बुधवार को दिल्ली का प्रदूषण रेट 417 रिकार्ड किया गया।
सूखी खांसी से बुरा हाल, सांस लेने में भी परेशानी
-पटाखों के धुएं से दमा और सांस के रोगियों की तकलीफ लगातार बढ़ रही है। पिछले दो दिन से सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों तक सांस, दमा के रोगियों की संख्या बढ़ गई है। जिला अस्पताल की ओपीडी में बुधवार को 1809 मरीज पहुंचे। इसमें प्रदूषण परेशान मरीजों की संख्या पांच सौ के करीब थी।
सांस के मरीज बरतें ये सावधानी
1.बाहर जाते समय मास्क या मुंह पर रुमाल रखें।
2.सांस के मरीज दवाएं नियमित लें
3.पालतू जानवर को बेडरुम से दूर रखें।
4.सांस-दमा मरीज सुबह और शाम बाहर जाने से बचें।
5.तकलीफ महसूस हो तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं
बच्चों की नलिकाओं में संक्रमण बढ़ा
- धुएं और वातावरण में मौजूद धूल के सूक्ष्म कणों से बच्चों की सांस नलिका में संक्रमण हो रहा है। इससे निमोनिया, बुखार, जुकाम की परेशानी बच्चों को हो रही है। इसमें चार साल से 10 साल तक के बच्चों की संख्या अधिक है। प्रदूषण से सबसे ज्यादा दिक्कत अस्थमा पीड़ित बच्चों को हो रही है। जिला अस्पताल में बुधवार को इससे परेशान 50 से अधिक बच्चे इलाज के लिए पहुंचे।
- डा. एमपी सिंह, बाल रोग विशेषज्ञ, जिला अस्पताल इन्होंने कहा.
हवा चलने पर प्रदूषण का स्तर गिरना शुरू होगा। दीपावली की धुंध, कूड़ा जलने और पराली जलाने से प्रदूषण बढ़ा है। बुधवार को बुलंदशहर का एक्यूआइ 416 और दिल्ली का 417 रिकार्ड किया गया।
- जीएस श्रीवास्तव, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड