जज्बे को सलाम, उम्रदराज लोगों में भी दिखा उत्साह
बुलंदशहर ये लोकतंत्र का महापर्व है। इसमें छोटा-बड़ा या जाति-धर्म नहीं बल्कि हर उम्र का नागरिक सहभागिता निभाता है। यही सोचकर उम्रदराज लोग सुबह से युवाओं की
बुलंदशहर: ये लोकतंत्र का महापर्व है। इसमें छोटा-बड़ा या जाति-धर्म नहीं बल्कि हर उम्र का नागरिक सहभागिता निभाता है। यही सोचकर उम्रदराज लोग सुबह से युवाओं की तरह लाइन में नजर आए। यह अलग बात है कि वह अभी तक इस तरह के दर्जनों पर्व में आहूति दे चुके हों, लेकिन अभी भी उनके लिए चुनाव महत्वपूर्ण है।
शहर के जेपी जनता इंटर कालेज, डीएवी इंटर कालेज, ऊंचागांव, अनूपशहर, स्याना, खानपुर आदि क्षेत्र के कई मतदान केंद्रों पर सुबह से ही बुजुर्ग मतदाता लाइन में नजर आए। कोई छड़ी के सहारे तो कोई अपने परिजनों के कंधों पर मतदान करने पहुंचा। कई बुजुर्ग दंपती मतदाता एक-दूसरे के सहारे ही मतदान केंद्र तक पहुंचे और लोकतंत्र के पर्व में आहुति दी।
जेपी जनता इंटर कालेज स्थित मतदान केंद्र की लाइन में लगे शहर निवासी 71 वर्षीय प्रेम नारायण का उत्साह देखते ही बनता था। उन्होंने बताया कि बहुत सारे चुनाव देख चुके हैं। न जाने अगला चुनाव देख सकूं या नहीं। यही सोचकर सबसे पहले वोट डालने आए हैं। 70 वर्षीय सरला का कहना था कि चुनाव, चुनाव जैसे नजर नहीं आते हैं। एक भी प्रत्याशी घर तक वोट मांगने नहीं आया, लेकिन लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए वोट डालना है। 73 साल के सुरेंद्र पाल रस्तोगी कहते हैं कि मतदान करना प्रत्येक नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। हर वर्ग के नागरिक को इसका इस्तेमाल करना चाहिए। तभी हम अपनी पसंद का नेता चुन सकते हैं।