पर्यावरण सरंक्षण की सीख दे रहा सबलपुर गांव
दानपुर क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण और सुरक्षा की बात तो हर गांव और सरकारी कार्यालयों में होती हैं। लेकिन धरातल पर योजनाओं को उतारने की पहल कोई एकाध व्यक्ति ही कर पाता है। ब्लाक में एक गांव ऐसा है जिसने पिछली पंचवर्षीय योजना में ही पर्यावरण सुरक्षा की पहल शुरू कर दी थी।
जेएनएन, बुलंदशहर। दानपुर क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण और सुरक्षा की बात तो हर गांव और सरकारी कार्यालयों में होती हैं। लेकिन धरातल पर योजनाओं को उतारने की पहल कोई एकाध व्यक्ति ही कर पाता है। ब्लाक में एक गांव ऐसा है, जिसने पिछली पंचवर्षीय योजना में ही पर्यावरण सुरक्षा की पहल शुरू कर दी थी। यहां के निर्वाचित ग्राम प्रधान मुकेश कुमार ने गांव के मुख्य मार्ग पर दोनों और पौधे लगवा दिए। साथ ही इन पौधों की देखभाल का जिम्मा स्वयं संभाला। पहल हुई तो गांव के अन्य लोग भी जुड़ गए। उन्होंने अपने घरों के साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर खूब पौधे लगाए। आज यह गांव पर्यावरण सुरक्षा की पहल को खूब दर्शा रहा है। यह गांव दानपुर ब्लाक के नेशनल हाइवे 509 पर बसा है। जो सबलपुर के नाम से जाना जाता है। गांव के अस्सी फीसदी घरों में पौधे लगे हैं। जो दर्शाते हैं कि गांव के लोग पर्यावरण का महत्व बखूबी समझ रहे हैं। ग्रामीण रोजाना पौधों के नीचे बैठकर गर्मी से बचाव करते हैं। ग्रामीणों का कहना कि रोड़ किनारे लगे पौधों की चमक गांव की सुंदरता में चार चांद लगा रहीं हैं।
इन्होंने कहा..
कोरोना काल में लोगों को आक्सीजन का महत्व जरूर पता चल गया होगा। लोग अब भी नहीं सुधरे तो भविष्य में परेशानी और बढ़ेगी। इसलिए सभी लोगों से अपील है कि वह अपने घर समेत सार्वजनिक स्थल पर पौधे जरूर लगाएं। इन पौधों की देखभाल का संकल्प लें, जिससे वातावरण को शुद्ध रखा जा सके।
मुकेश कुमार, पूर्व प्रधान सबलपुर ब्लाक दानपुर।