कटार सिंह की हत्याकर लिया चाचा की मौत का बदला
ग्यारह वर्ष पूर्व हुई चाचा की हत्या का बदला लेने के लिए भतीजे ने अपने एक साथी के साथ मिलकर कटार सिंह के सिर पर हथौड़े से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर आलाकत्ल बरामद करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। ग्यारह वर्ष पूर्व हुई चाचा की हत्या का बदला लेने के लिए भतीजे ने अपने एक साथी के साथ मिलकर कटार सिंह के सिर पर हथौड़े से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर आलाकत्ल बरामद करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया है।
बीते 28 नवंबर की शाम मथुरा के सुरीर निवासी कटार सिंह का लहूलुहान शव जंक्शन क्षेत्र के गांव अरनिया मौजपुर मार्ग पर पड़ा मिला था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी। मृतक के भाई जितेंद्र सिंह ने अरनिया मौजपुर निवासी रोहित पर शक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रोहित पुत्र दारा सिंह को रविवार सुबह रोडवेज स्टैंड के निकट से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वर्ष 2008 में कटार सिंह ने अपनी पत्नी के साथ अवैध संबंधों के शक में उसके चाचा बंटी उर्फ औंकार सिंह की हत्या कर दी थी। हालांकि उसका शव आज तक किसी को नहीं मिला है। इस घटना के बाद से ही कटार सिंह अपने परिवार के साथ सुरीर जाकर रहने लगा था। बीते गुरुवार को कटार सिंह खुर्जा जंक्शन पर आया था। रोहित को इसकी जानकारी हुई, तो उसने अपने साथी कुल्दीप पुत्र नेमपाल निवासी अरनिया मौजपुर के साथ मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई। जिसके बाद दोनों ने कटार सिंह के साथ बैठकर पहले शराब पी। नशा होने के बाद रोहित व कुल्दीप ने हथौड़े से उसके सिर पर कई बार वार करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों फरार हो गए। पुलिस ने रोहित की निशानदेही पर घटनास्थल के पास से ही एक प्लाट से हत्या में प्रयुक्त हथौड़ा बरामद करने के बाद कुलदीप को भी गिरफ्तार कर लिया। सीओ गोपाल सिंह ने बताया कि दोनों आरोपितों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उन्हें जेल भेज दिया गया है।