Move to Jagran APP

रामभरोसे है नगर की कांशीराम आवासीय कालोनी

रामभरोसे है नगर की कांशीराम आवासीय कालोनी -कालोनियों के सामने नगर पालिका ने बना डाला डंपिग ग्राउंड -ट्यूबवेल पर लाखों का बकाया आपरेटरर्स को एक साल से नहीं मिला मानदेय बुलंदशहर जेएनएन। नगर की कांशीराम कालोनियों का हाल नरक के सामान है। यहां गंदगी के अंबार हैं और नगर पालिका से कोई भी सफाई कर्मचारी यहां नहीं पहुंचता। कोविड-19 के दौरान भी इन कालोनियों में न जांच हुई और न ही सरकारी सुविधाएं मयस्सर हुई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 11:48 PM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 11:48 PM (IST)
रामभरोसे है नगर की कांशीराम आवासीय कालोनी
रामभरोसे है नगर की कांशीराम आवासीय कालोनी

बुलंदशहर, जेएनएन। नगर की कांशीराम कालोनियों का हाल नरक के सामान है। यहां गंदगी के अंबार हैं और नगर पालिका से कोई भी सफाई कर्मचारी यहां नहीं पहुंचता। कोविड-19 के दौरान भी इन कालोनियों में न जांच हुई और न ही सरकारी सुविधाएं मयस्सर हुई।

loksabha election banner

नगर में स्याना अड्डा, खुर्जा रोड और शिकारपुर रोड स्थित चीलघर के पीछे कांशीराम कालोनी में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार निवास कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल के बाद से ही इन कालोनियों में न तो आज तक मरम्मतीकरण हुआ और न जनसुविधाएं मयस्सर हो रही हैं। पानी की टंकी हैं लेकिन अधिकांश बंद रहती हैं। इन ट्यूबवेलों पर लाखों रुपये का बिजली का बिल बकाया है। आपरेटरर्स को एक वर्ष से मानदेय नहीं मिला है, जल विभाग इन्हें गाजियाबाद कार्यालय से संबंध होने की बात कहकर इनका वेतन जारी नहीं कर रहा है। बिजली आपूर्ति अधिकांश बाधित रहती है और शिकायत के बावजूद भी लाइनमैन फाल्ट दुरुस्त करने नहीं पहुंचते। कालोनियों के सामने गंदगी के अंबार हैं। पालिका के वाहनों ने कांशीराम कालोनियों के सामने डंपिग ग्राउंड बना दिए हैं। मच्छरों और बदबू से हजारों लोगों का जीना मुहाल है।

....

इन्होंने कहा.

कालोनी में 214 परिवार हैं पानी, बिजली और सफाई की व्यवस्था नहीं है। नगर पालिका के कर्मचारी सफाई करने नहीं आते। जनप्रतिनिधियों को मात्र चुनाव के दौरान ही कालोनी में रहने वाले लोगों की याद आती है।

-फारुख

...

12 साल से अधिक कालोनी के निर्माण को हो चुके हैं। अधिकांश टंकियां और पानी की लाइन क्षतिग्रस्त हैं। शुद्ध पानी भी कालोनी के लोगों को आपूर्ति नहीं किया जा रहा है। गंदगी के अंबार लगे हैं। जिला प्रशासन अधिकारी यहां कभी भी हाल जानने नहीं आते।

-सोनी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.