मुरादनगर की घटना से भी सीख नहीं ले रही पीडब्ल्यूडी
लोक निर्माण विभाग की तकनीकी टीम मुरादनगर में अंत्येष्टि स्थल की छत गिरने से हुई दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत से सीख नहीं ले रही है। जनपद के जर्जर भवनों की तकनीकी जांच में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। बीएसए ने 277 जर्जर भवनों की सूची विभाग को तकनीकी जांच के लिए भेजी थी लेकिन विभाग की हीलाहवाली के चलते 153 भवनों की जांच नहीं की है।
जेएनएन, बुलंदशहर। लोक निर्माण विभाग की तकनीकी टीम मुरादनगर में अंत्येष्टि स्थल की छत गिरने से हुई दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत से सीख नहीं ले रही है। जनपद के जर्जर भवनों की तकनीकी जांच में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। बीएसए ने 277 जर्जर भवनों की सूची विभाग को तकनीकी जांच के लिए भेजी थी लेकिन विभाग की हीलाहवाली के चलते 153 भवनों की जांच नहीं की है।
गत दिनों गाजियाबाद के मुरादनगर में अंत्येष्टि स्थल की छत गिरने से दो दर्जन से अधिक लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर के जिलाधिकारियों को जर्जर भवनों को चिह्नित करने और उनकी तकनीकी जांच कर उन्हें ध्वस्त, नीलामी और मरम्मत करने के निर्देश दिए थे। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने 277 जर्जर भवनों की सूची जिला प्रशासन को तकनीकी जांच के लिए दी थी। 10 दिन बीत जाने के बाद भी मात्र 277 में से मात्र 124 की ही जांच की है। जबकि 153 भवनों की जांच अभी तक तकनीकी जांच नहीं हो पाई है। ऐसे में सीडीओ ने सात दिनों के अंतराल में अवशेष जर्जर भवनों की जांच प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा विभाग की जर्जर भवनों की स्थिति
जर्जर भवन 277
निष्प्रयोज्य 116
सुरक्षित भवन 08
जांच न होने वाले भवन 153
नीलामी पूर्ण 30
ध्वस्तीकरण होगा 23 इन्होंने कहा..
बेसिक शिक्षा विभाग की सूची के अनुसार 277 में से मात्र 124 की तकनीकी जांच हुई है। अवशेष 153 भवनों की तकनीकी जांच अभी तक नहीं हुई है। इस बाबत अधिशासी अभियंता को जांच के निर्देश दिए गए हैं। सात दिनों में जांच पूर्ण नहीं हुई को तो कार्रवाई की जाएगी।
-अभिषेक पांडेय, सीडीओ