Move to Jagran APP

शिक्षणेतर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर भरी हुंकार

- कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर किया धरना प्रदर्शन जागरण संवाददाताबुलंदशहर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ के बैनर तेल शुक्रवार को डीआइओएस कार्यालय पर कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 12:25 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 06:06 AM (IST)
शिक्षणेतर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर भरी हुंकार
शिक्षणेतर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर भरी हुंकार

बुलंदशहर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेतर संघ के बैनर तेल शुक्रवार को डीआइओएस कार्यालय पर कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीआइओएस को सौंपा।

loksabha election banner

संघ के जिला अध्यक्ष भूपेश कुमार राणा ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारी विरोधी है। सरकार की नीतियों से कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। प्रांतीय नेतृत्व अपनी लंबित मांगों को लेकर काफी समय से आंदोलित है। सरकार ने कर्मचारियों की मांगों का ज्ञापन लेकर जल्द ही उन्हें पुरा करने का कई बार आश्वासन दिया, लेकिन सरकार वायदा खिलाफी करते हुए कर्मचारियों का शोषण कर रही है। योग्यताधारी शिक्षेणतर कर्मचारियों को एलटी ग्रेड में शिक्षकों के पदों पर पदोन्नति, सेवानिवृत्त राजकीय कर्मचारियों के समान अर्जित अवकाश का नकदीकरण, कैस लैस चिकित्सा सुविधा, पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाली, ग्रेच्युटी 2003 से लागू करने, प्रबंध समिति में प्रतिनिधत्व देने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की लिपिक पद पर 50 प्रतिशत की छूट में टाइप एवं कंप्यूटर की छूट प्रदान की जाए। हाई स्कूल के लिपिक को उच्चीकृत ग्रेड पे सहित 16 मांगे लंबित चल रही है। लेकिन सरकार इन मांगों का निस्तारण करने में रूचि नहीं ले रही है। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर चार फरवरी को मांगों को लेकर समस्त शिक्षणेत्तर कर्मचारी शिक्षा निदेशक के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान डिगंबर सिंह, संजीव कुमार सोलंकी आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.