पुलिस ने बिना अधिकार प्राथमिक विद्यालय में लगा रखी है सील
पुलिस ने बिना अधिकार प्राथमिक विद्यालय में लगा रखी है सील - चार माह पूर्व बेहोशी की हालत में स्कूल के एक कमरे से मिली थी अगवा किशोरी - पुलिस ने कमरे के बजाए पूरे स्कूल में लगा दी सील प्रधानाध्यापक ने सील खोलने की लगाई गुहार संवाद सूत्र ऊंचागांव (बुलंदशहर) अब इसे इत्तेफाक कहे या फिर कानून की जानकारी का अभाव। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें खाकी की लापरवाही से बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है जबकि नया शैक्षिक सत्र शुरू होते ही प्रशासन स्कूल चलो अभियान चला रहा है लेकिन पुलिस की लापरवाही से थाना नरसेना स्थित भदौरी गांव के प्राथमिक विद्यालय की सील चार माह बाद भी नहीं खुली है। अब नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए मंगलवार को जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने सील खुलवाने के लिए नरेसना थाना पुलिस से बात की तो उन्होंने मामला जहांगीराबाद थाना पुलिस का बता कर अपना पल्ला झाड़ लिया जबकि विद्यालय उनके थाना क्षेत्र में पड़ता है।
बुलंदशहर, जेएनएन। अब इसे इत्तेफाक कहे या फिर कानून की जानकारी का अभाव। एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें खाकी की लापरवाही से बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है, जबकि नया शैक्षिक सत्र शुरू होते ही प्रशासन स्कूल चलो अभियान चला रहा है, लेकिन पुलिस की लापरवाही से थाना नरसेना स्थित भदौरी गांव के प्राथमिक विद्यालय की सील चार माह बाद भी नहीं खुली है। अब नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए मंगलवार को जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने सील खुलवाने के लिए नरेसना थाना पुलिस से बात की तो उन्होंने मामला जहांगीराबाद थाना पुलिस का बता कर अपना पल्ला झाड़ लिया, जबकि विद्यालय उनके थाना क्षेत्र में पड़ता है।
करीब दस मार्च की रात को थाना जहांगीराबाद क्षेत्र में जाड़ौल गांव के पास से शादी समारोह से लौट रही एक किशोरी को कार सवार बदमाशों ने अगवा कर लिया था। दो दिन बाद पुलिस को किशोरी बेहोशी की हालत में भदौरी गांव स्थित प्राथामिक विद्यालय के एक कमरे से बरामद किया था। किशोरी के बयानों के आधार पर जहांगीराबाद थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को जेल भेज दिया। उस समय पुलिस साक्ष्यों की जांच के नाम पर विद्यालय में सील लगा दी थी। इसके बाद से उक्त विद्यालय के बच्चे उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे है। अब नया शैक्षिक सत्र शुरू हो चुका है, लेकिन पुलिस ने अभी तक विद्यालय की सील नहीं खोली है। नया सत्र शुरू होते की विद्यालय के प्रधानध्यापक देवेंद्र कुमार शर्मा ने नरसेना थानेदार से तीन बार मोबाइल पर बात कर विद्यालय में लगी सील खुलवाने की मनुहार कर चुके हैं, लेकिन नरसेना थाना पुलिस जहांगीराबाद थाने का मामला बता कर प्रधानाध्यापक को जहांगीराबाद पुलिस से बात करने की सलाह देकर टरका देते हैं। पुलिस को सील लगाने का अधिकार नहीं
डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता सुमन सिंह राघव का कहना है कि पुलिस को सील लगाने का कोई अधिकार नहीं ही। सील मजिस्ट्रेट लगाते हैं। उनका कहना था कि अगर पुलिस को साक्ष्यों की जांच करनी थी तो मजिस्ट्रेट बुलाकर विद्यालय के कमरे को सील करना चाहिए था, न की पूरे विद्यालय को। उन्होंने कहा कि देखा जाए तो चार माह में विद्यालय के कमरे से साक्ष्य भी मिट गए होंगे।
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इन्होंने कहा..
नया शैक्षिक सत्र शुरू होने से पहले नरसेना थाना पुलिस से तीन बार मोबाइल पर विद्यालय की सील खोलने का आग्रह किया जा चुका है। कभी दारोगा कोतवाल से बात करने की बात कह कर टाल देते है, तो कभी नरसेना कोतवाल मामला जहांगीराबाद थाने का बता कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।
- देवेंद्र शर्मा, प्रधानाध्यापक, भदौरी प्राथमिक विद्यालय।
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मामला संज्ञान में आ गया है। थाना पुलिस से बात कर विद्यालय की सील खुलवा दी जाएगी।
- एन. कोलांचि, एसएसपी।
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स्कूल में किशोरी के मिलने की घटना मेरी जानकारी में है, लेकिन स्कूल के सील होने की जानकारी नहीं है। एबीएसए से मामले की जानकारी कराकर स्कूल पर लगी सील को खुलवाया जाएगा।
- अम्बरीश कुमार, बीएसए