पुलिस का खेल, मुजरिमों को नहीं प्रधानपति को भेज दिया जेल
अगौता थाना पुलिस की एक करतूत प्रदेश के डीजीपी तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय लोकदल की एक नेता अंजुम मुस्कान ने डीजीपी को ट्वीट कर अगौता पुलिस पर आरोप लगाया है कि झगड़े के मामले में जो असली आरोपित हैं उन्हें पुलिस जेल नहीं भेजकर बेकसूरों को जेल भेज रही है।
बुलंदशहर, जेएनएन। अगौता थाना पुलिस की एक करतूत प्रदेश के डीजीपी तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय लोकदल की एक नेता अंजुम मुस्कान ने डीजीपी को ट्वीट कर अगौता पुलिस पर आरोप लगाया है कि झगड़े के मामले में जो असली आरोपित हैं, उन्हें पुलिस जेल नहीं भेजकर बेकसूरों को जेल भेज रही है। पुलिस ने प्रधानपति को जेल भेज दिया। असली आरोपित हथियारों से लैस होकर सोशल मीडिया पर फोटो डाल रहे हैं। डीजीपी के संज्ञान लेने पर एसएसपी ने अगौता पुलिस की जांच शुरू करा दी है।
अगौता थानाक्षेत्र के गांव ढकोली निवासी इस्तकार अली गांव के प्रधानपति हैं। रालोद नेता अंजुम मुस्कान के पति के अनुसार, कुछ दिन पहले प्रधानपति इस्तकार अली के घर पर महताब, अखलाक, खालिद, सरफराज, आबिद, खालिद, इस्लाम, साकिर, बाबू, इकरार और दो अज्ञात ने हमला किया। इन्होंने कई राउंड गोलियां चलाई। आरोपित सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। पुलिस ने प्रधानपति की तरफ से मुकदमा दर्ज न करके। दूसरे पक्ष की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया और प्रधानपति को जेल भेज दिया। हालांकि बाद में दबाव पड़ने पर प्रधानपति की तरफ से भी मुकदमा दर्ज कर लिया और दूसरे पक्ष के सरफराज को जेल भेज दिया।
इसलिए किया था हमला
प्रधानपति गांव में बिकने वाली शराब और गोकशी का विरोध करते थे। इस कारण आरोपितों ने हमला किया था। मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। यदि अगौता थाना प्रभारी ने कुछ गड़बड़ की है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। असली आरोपितों को पकड़ने के आदेश भी दे दिए गए है।
संतोष कुमार सिंह, एसएसपी।