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'पीड़िता पहलवान के मामले में खेल कर रहे पुलिस और चिकित्सक'

पिता पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग राष्ट्रीय पहलवान के बयान बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में बाल कल्याण समिति न्यायालय में हुए। पीड़िता का आरोप और पुलिस जांच भी मेल नहीं खा रही। समिति ने चिकित्सकों की स्लाइड रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट को रिजर्व रखने पर भी सवाल खड़े किए हैं। बाल कल्याण समिति ने सीएमओ और एसएसपी को मामले में गंभीरता से लेने तथा जांच दोबारा करने के लिए पत्र लिखा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 May 2021 10:50 PM (IST)Updated: Wed, 12 May 2021 10:50 PM (IST)
'पीड़िता पहलवान के मामले में खेल कर रहे पुलिस और चिकित्सक'
'पीड़िता पहलवान के मामले में खेल कर रहे पुलिस और चिकित्सक'

बुलंदशहर, जेएनएन। पिता पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग राष्ट्रीय पहलवान के बयान बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में बाल कल्याण समिति न्यायालय में हुए। पीड़िता का आरोप और पुलिस जांच भी मेल नहीं खा रही। समिति ने चिकित्सकों की स्लाइड रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट को रिजर्व रखने पर भी सवाल खड़े किए हैं। बाल कल्याण समिति ने सीएमओ और एसएसपी को मामले में गंभीरता से लेने तथा जांच दोबारा करने के लिए पत्र लिखा है।

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न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डा. भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि अनूपशहर क्षेत्र की एक राष्ट्रीय पहलवान ने अपने पिता पर दो वर्ष से उसका शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने इसके सुबूत भी न्यायपीठ बाल कल्याण समिति को दिए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपित को जेल भेजकर जिम्मेदारी पूरी कर ली। पीड़िता द्वारा बताई गई घटनाओं का उल्लेख चार्जशीट में नहीं किया गया। उनका कहना है कि जघन्य अपराध के मामले में पुलिस ने लापरवाही की है। इसकी शिकायत महिला आयोग से भी की जाएगी। निदेशालय को भी अवगत कराया जाएगा।

उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल चेकअप नियम-कानूनों के तहत नहीं किया गया। दुष्कर्म की स्लाइड और एफएसएल रिपोर्ट को चिकित्सकों ने रिजर्व रखा है। डा. भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि विधिक राय के बाद समिति पुलिस अधीक्षक और सीएमओ को पुन: जांच कर रिपोर्ट पेश करने के लिए पत्र लिख रही है। कल्याणपुर में पंचायत घर के निर्माण में घटिया सामग्री लगाने पर ग्रामीणों का प्रदर्शन

ऊंचागांव क्षेत्र के गांव कल्याणपुर में बीस लाख रुपये की लागत से बन रहे पंचायत घर में घटिया सामग्री लगाई जा रही है। जिसके विरोध के बाद भी ठेकेदार अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहा है। गुस्साए ग्रामीणों ने पंचायत घर के निर्माण कार्य को बंद कराते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि सुधार नहीं किया गया तो डीएम कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। गांव कल्याणपुर में खुली पंचायत करने के लिए पंचायत घर का निर्माण कार्य चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत घर का निर्माण बीस लाख रुपये की लागत से किया जा रहा और ठेकेदार अपनी मनमानी करते हुए निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत भवन के निर्माण में दस हिस्सा बालू और एक हिस्सा सीमेंट का मसाला लगाया जा रहा है। ग्रामीणों ने ठेकेदार की इस मनमानी का कई बार विरोध किया। लेकिन ठेकेदार लोगों के विरोध करने पर उन्हे चुप रहने के लिए धमकी तक दे रहा है।


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