पीरजी के संपर्क में हैं पश्चिम के कई 'जाहिद'
आइएसआइ एजेंट जाहिद की गिरफ्तारी के बाद कई राजफाश हुए हैं। जाहिद की तरह वेस्ट यूपी के कई नौजवान स्ली¨पग माड्यूल की तरह काम कर रहे हैं और पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ के खास गुर्गे पीरजी के संपर्क में हैं। जाहिद से मिली कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं पुलिस ने इंटेलीजेंस मुख्यालय लखनऊ भेज दी हैं, जिससे खुफिया विभाग अपने स्तर पर पीरजी के स्पी¨लग माड्यूल पर निगरानी कर सके।
बुलंदशहर: आइएसआइ एजेंट जाहिद की गिरफ्तारी के बाद कई राजफाश हुए हैं। जाहिद की तरह वेस्ट यूपी के कई नौजवान स्ली¨पग माड्यूल की तरह काम कर रहे हैं और पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ के खास गुर्गे पीरजी के संपर्क में हैं। जाहिद से मिली कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं पुलिस ने इंटेलीजेंस मुख्यालय लखनऊ भेज दी हैं, जिससे खुफिया विभाग अपने स्तर पर पीरजी के स्पी¨लग माड्यूल पर निगरानी कर सके।
राजधानी दिल्ली से सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आइएसआइ ने अपनी जड़े जमा ली हैं। इसका राजफाश 90 के दशक से होना शुरू हुआ था। उस समय आइएसआइ के लिए काम करने में सलीम उर्फ पतला का आतंकी कनेक्शन निकला, जिसके बाद आइबी ने मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर, आगरा आदि जिलों में अपना जाल बिछा दिया था। इसके बाद आइबी के इनपुट पर पश्चिमी उप्र के कई जिलों से आतंकी संगठन आइएसआइ के लिए काम करने वाले कई पाक एजेंट पकड़े गए थे। खुफिया विभाग के बढ़ते दबाव के कारण पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ के गुर्गों ने अपनी कार्यशैली बदल दी और भारत से पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों से मिलने जाने वाले युवकों को स्ली¨पग माड्यूल बनाकर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के लिए उनका ब्रेनवाश किया जाने लगा। वक्त के साथ-साथ पाक में बैठे आइएसआइ के खास गुर्गे भी बदलते रहे। आइएसआइ एजेंट जाहिद की गिरफ्तारी के बाद पीरजी व अली का नाम प्रकाश में आने के बाद खुफिया एजेंसियों ने अब नए सिरे से अपनी पड़ताल शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो जाहिद ने खुफिया विभाग व पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी है कि उसके जैसे कई स्ली¨पग माड्यूल वेस्ट यूपी में पीर जी के इशारे पर जासूसी कर रहे है। सौ से अधिक युवा संपर्क में
खुफिया विभाग व पुलिस सूत्रों का कहना है कि जाहिद ने पूछताछ में कुछ नई सूचनाएं दी है। बताया गया है कि जाहिद जैसे वेस्ट यूपी में करीब सौ से अधिक युवक स्ली¨पग माड्यूल की तरह पाक में बैठे आइएसआइ के आका पीरजी के लिए सेना व एयर फोर्स की गोपनीय सूचनाएं एकत्र कर रहे है। लोगों को दिखाने के लिए ऐसे युवक सहारनपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, आगरा, अलीगढ़, गाजियाबाद व दिल्ली के आसपास के जिलों में मजदूरी करते हैं, ताकि उन पर कोई शक न कर सके, क्योंकि सेना की अधिकांश बड़ी छावनियां वेस्ट यूपी के उक्त जिलों में या उनके आसपास हैं।