सावन के दूसरे सोमवार को भी उमड़ा आस्था का सैलाब
जेएनएन बुलंदशहर श्रावण मास में दो अगस्त को सावन का दूसरा सोमवार रहा। जिलेभर के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ा। सड़कों पर ओम नम शिवाय और बम भोले जैसे जयघोष से वातावरण भक्तिमय रहा।
जेएनएन, बुलंदशहर : श्रावण मास में दो अगस्त को सावन का दूसरा सोमवार रहा। जिलेभर के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ा। सड़कों पर ओम नम: शिवाय और बम भोले जैसे जयघोष से वातावरण भक्तिमय रहा। शिवभक्तों की अपार भीड़ के कारण कोरोना से बचाव की व्यवस्था धड़ाम रही।
नगर के साठा स्थित राज राजेश्वर मंदिर, गंगेरुआ स्थित श्री द्वादशमहालिगेश्वर सिद्धमहापीठ, खुर्जा के सिद्धेश्वर महादेव, सिकन्दराबाद के प्राचीन झारखेश्वर महादेव मंदिर, अहार के अंबकेश्वर महादेव, गुलावठी, स्याना, अनूपशहर आदि स्थानों पर स्थित शिवालयों में भोर से ही जलाभिषेक एवं दुग्धाभिषेक शुरू हो गया। शिवभक्तों के कदम शिवालयों की ओर बढ़ने लगे। सुबह से ही मंदिरों के बाहर लंबी कतार लगने लगी। हालांकि कोविड-19 प्रोटोकोल के साथ मंदिरों में जलाभिषेक के दावे किए गए थे, लेकिन अधिकांश शिवालयों में भारी भीड़ के बीच नियमों का उल्लंघन हुआ। जबकि मंदिरों के बाहर सुरक्षा चाक-चौबंद रही। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल भी मंदिरों के आसपास तैनात रहा। व्यवस्था में जिम्मेदार भी लगे रहे कोरोना से बचाव के नियमों का पालन कराने के दावे धरे रह गए। जगह-जगह भंडारे हुए आयोजित
सावन के दूसरे सोमवार पर जगह-जगह भंडारे भी आयोजित किए गए। विभिन्न आकर्षक झांकियां भी सजाई गई। शिव-पार्वती की वेशभूषा में नृत्य करते कलाकार श्रद्धालुओं का रिझाते रहे। जबकि देवाधिदेव महादेव को अर्पित करने के लिए भांग, धतूरे, बिल्व पत्र आदि की मांग भी बढ़ी रही। शिवालयों के बाहर इनकी खूब ब्रिकी हुई।
आश्लेषा नक्षत्र में पडे़गा नौ अगस्त को तीसरा सोमवार
प. शिव शंकर शर्मा के अनुसार हिदू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व है। पूरे माह भक्त शिव की भक्ति में लीन रहते हैं। कांवड़ यात्रा पर शिवभक्त निकलते हैं। गंगा घाटों से गंगाजल भरकर लाते हैं और देवाधिदेव महादेव का जलाभिषेक करते हैं। हालांकि कोरोना की वजह से कांवड़ यात्रा इस बार प्रतिबंधित हैं, लेकिन शिव भक्तों का रेला जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक करने के लिए सावन के दूसरे सोमवार को शिवालयों में पहुंचा। जहां शिवभक्तों ने जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया। उन्होंने बताया कि इस बार सावन के चारों सोमवार पर मंगलकारी संयोग भी बने हैं। दूसरे सेामवार को सर्वार्थ सिद्धि योग रहा। अब 16 अगस्त को सावन के चौथे सोमवार को भी सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। जबकि नौ अगस्त को सोमवार का तीसरा आश्लेषा नक्षत्र में पडे़गा। ऐसे में इस सावन भोलेनाथ की असीम कृपा भक्तों पर पर बरसेगी। 22 अगस्त रविवार को रक्षा बंधन के दिन श्रावण मास समाप्त हो जाएगा और भाद्रपद माह की शुरुआत हो जाएगी।
सावन के दूसरे सोमवार श्रद्धालुओं ने की पूजा अर्चना - सावन के दूसरे सोमवार श्रद्धालुओं ने की पूजा अर्चना
संवाद सूत्र, डिबाई : सावन के दूसरे सोमवार को नगर क्षेत्र के मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में पहुंचकर भगवान शिव की आराधना कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
श्रावण मास के दूसरे सोमवार को नगर व क्षेत्र के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंचकर भगवान शिव का दूध, दही, शहद, बेलपत्र गंगाजल आदि से अभिषेक कर पुण्य लाभ अर्जित किया। सुबह से ही नगर के प्राचीन महोदव मंदिर, श्री कोलर्श्वर महाराज मंदिर, कैलाश ज्ञान मंदिर, संकट मोचन मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, पत्थर वाला मंदिर सहित अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा जहां श्रद्धालुओं ने बारी बारी से मंदिर में प्रवेश पूजा अर्चना की। वही क्षेत्र के कर्णवास स्थित प्राचीन भूतेर्श्वर मंदिर में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने के बाद भगवान शिव की पूजा अर्चना कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इस दौरान हर हर महादेव के जयघोषों से समूचा वातारण भक्तिमय हो गया।