स्कूल-कालेज में बढ़ी छात्रों की संख्या
कोरोना महामारी के चलते लंबे समय बंद रहे स्कूलों में बच्चों को भेजने के लिए अभिभावक संकोच कर रहे हैं। बच्चों में भी महामारी को लेकर थोड़ा डर देखा जा रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना महामारी के चलते लंबे समय बंद रहे स्कूलों में बच्चों को भेजने के लिए अभिभावक संकोच कर रहे हैं। बच्चों में भी महामारी को लेकर थोड़ा डर देखा जा रहा है। बावजूद इसके स्कूल खुलने के दूसरे दिन मंगलवार को कक्षा में छात्र-छात्राओं की संख्या में कुछ बढ़ोत्तरी हुई है।
डिबाई के श्री कृष्णा जाजू इंटर कालेज में पहुंची छात्राओं के हाथों को सैनिटाइज कराया गया। इसके बाद कक्षा में एन्ट्री दी गई। शिकारपुर के हैप्पी ब्लू बर्ड स्कूल में गेट पर थर्मल स्कैनर से जांच के बाद विद्यार्थी ने स्कूल में प्रवेश किया। रजिस्टर में नाम भी अंकित किए गए। दानपुर ब्लाक के कन्हैरा स्थित माडल स्कूल में ताला लटका रहा। माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूल और कालेजों में छात्र-छात्राओं की संख्या कम ही रही। सीबीएसई के अधिकांश स्कूलों में आनलाइन परीक्षाएं चल रही हैं। नतीजन साठ फीसद स्कूल बंद हैं। बंद पड़े इन स्कूलों को दशहरा के बाद खोलने की तैयारी है। इन स्कूलों में कुछ स्टाफ आ रहा है। शहर के शर्मा इंटर कालेज के कक्षा 11 के छात्र राहुल ने बताया कि कोरोना वायरस से लगातार लोग मर रहे हैं। इसलिए मन में डर रहता है कि कहीं स्वयं ही संक्रमण की चपेट में ना आ जाए। कक्षा अन्य साथी इसी डर के चलते स्कूल आने से कतरा रहे हैं। ब्रह्मानंद पब्लिक स्कूल के चेयरमैन पीके त्यागी ने बताया कि आनलाइन परीक्षाएं चल रही हैं। इसलिए कालेज बंद है। फिर भी कक्षाएं और कालेज परिसर को सैनिटाइज कराया है। डीआइओएस आरके तिवारी का कहना है कि दशहरा बाद ही कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ने की संभावना है।