मरीजों की संख्या घटी, पर खतरा अभी कम नहीं
जांच का दायरा बढ़ने के बाद कोरोना संक्रमण के नए मरीजों की संख्या जरूर घटी है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। बावजूद इसके लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है। लोग न तो मास्क लगा रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। जांच का दायरा बढ़ने के बाद कोरोना संक्रमण के नए मरीजों की संख्या जरूर घटी है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। बावजूद इसके लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी है। लोग न तो मास्क लगा रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं।
शहर के बाजार हों या सरकारी विभागों के दफ्तर सभी स्थानों पर नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। अंसारी रोड बाजार, मोतीबाग बाजार, कलक्ट्रेट, जिला अस्पताल, बीएसए आफिस समेत सभी सरकारी दफ्तरों में लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं। शारीरिक दूरी का पालन तो लोग भूलते जा रहे हैं। लाकडाउन समाप्त होने के बाद अनलाक शुरू हुआ तो लोग पूरी एहतियात के साथ घरों से निकलते थे। अब शारीरिक दूरी और मास्क लगाने का नियम पूरी तरह टूट रहा है। बाजार के हालात देखकर लगता है कि जैसे कोरोना खत्म हो गया है या फिर लोगों में महामारी का डर कम हो गया है। कलक्ट्रेट, जिला अस्पताल की ओपीडी, जिला महिला अस्पताल की ओपीडी, एसएसपी दफ्तर, राशन की दुकान और बस अड्डे आदि में भीड़ ही भीड़ नजर आती है। महामारी की रोकथाम में जुटे जिम्मेदार अधिकारी भी टूटते नियमों को देखकर अनदेखा कर रहे हैं। लोगों की लापरवाही के चलते जिले में अब तक 71 लोगों की जान जा चुकी है और अब तक 4300 से अधिक कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर का कहना है कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक सावधानी ही बचाव है। इसलिए मास्क, शारीरिक दूरी का पालन बहुत जरुरी है। लापरवाही जानलेवा भी साबित हो सकती है। लापरवाही ना करें।