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अब एनजीटी का अडं़गा, सीवर का काम कैसे होगा पूरा

सीवर लाइन के निर्माण कार्य में इतनी रुकावटें आ रही हैं कि अब निर्धारित समय में काम पूरा नहीं हो पाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Nov 2019 11:06 PM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 06:05 AM (IST)
अब एनजीटी का अडं़गा, सीवर का काम कैसे होगा पूरा
अब एनजीटी का अडं़गा, सीवर का काम कैसे होगा पूरा

बुलंदशहर, जेएनएन:सीवर लाइन के निर्माण कार्य में इतनी रुकावटें आ रही हैं, कि अब निर्धारित समय में काम पूरा नहीं हो पाएगा। पिछले डेढ़ माह से काम बंद पड़ा है। पहले दीपावली की छुट्टी और फिर एनजीटी की रोक ने काम रोक दिया। अब प्रशासन ने पत्र देकर निर्माण कार्य रुकवा दिया है।

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केन्द्र सरकार की अमृत योजना के तहत अप्रैल 2018 में सीवर लाइन डालने का काम शुरू हुआ था। धीरे-धीरे बीस माह का समय बीत गया। लेकिन अब तक 60 फीसद और सड़क निर्माण का काम 40 फीसद ही पूरा हो पाया है। अब निर्माण कंपनी के पास तीन माह का समय ही शेष रह गया है। सीवर निर्माण में शुरूआत से ही इतने अड़ंगे लगे हैं, कि काम पीछे खिसकता चला गया। प्रदूषण बढ़ा तो लोगों ने प्रशासन से शिकायतें शुरू कर दी। इस पर प्रशासन ने मौखिक रुप से कहकर काम रुकवा दिया। अब 22 नवंबर को लिखित में आदेश दिया गया, कि सीवर लाइन का काम बंद कर दिया जाए। अब फिर छह से काम बंद पड़ा है। ऐसे में निर्माण कंपनी और कार्यदायी संस्था के अधिकारी परेशान हैं, कि निर्धारित समय से सीवर लाइन का शेष कार्य कैसे पूरा होगा। खाली बैठे कर्मचारी

- सीवर लाइन डाल रही कंपनी के शहर में 450 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जोकि पिछले दस दिन से खाली बैठे हैं। रोक के चलते कंपनी अब कर्मचारियों को शिफ्ट करने का मन बना रही है। इससे काम लटक जाएगा। मशीन भी पकड़ी

-22 नवंबर को प्रशासन ने काम बंद का नोटिस दिया और 23 नवंबर को सीवर लाइन डाल रही मशीन को पकड़ लिया, जिसको 25 नवंबर की शाम को बामुश्किल छोड़ा। छह माह का लगेगा समय

- अब से भी लगातार काम किया जाए तो छह माह का समय लगेगा। जबकि समय पूरा होने में तीन माह का समय ही शेष है। फरवरी 2020 तक काम पूरा होना है। इंफो

125 -किलोमीटर बननी है सीवर लाइन

75- किलोमीटर अब तक डल चुकी सीवर लाइन

50- किलोमीटर बन चुकी सड़क

2020- की फरवरी तक पूरा करना है काम

04- माह का अतिरिक्त लग सकता है समय इन्होंने कहा

काम निर्धारित समय में ही पूरा हो जाता। लेकिन इतने अवरोध पैदा हुए, कि थोड़ा वक्त ज्यादा लगेगा। काम शुरू करने के लिए प्रशासन से बात कर रहे हैं।

- एसके शर्मा, अधिशासी अभियंता-जलनिगम


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