बैंकों के बाहर नहीं सुरक्षा के इंतजाम
लाकडाउन में बैंकों के बाहर लग रही लंबी लाइनों में ग्राहक बेपरवाह हो गए हैं तो जिम्मेदार व्यवस्था बनवाने में नाकाम हो रहे हैं। ऐसे में जिले की बैंक शाखाओं के बाहर सुरक्षा के इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं।
जेएनएन, बुलंदशहर : लाकडाउन में बैंकों के बाहर लग रही लंबी लाइनों में ग्राहक बेपरवाह हो गए हैं तो जिम्मेदार व्यवस्था बनवाने में नाकाम हो रहे हैं। ऐसे में जिले की बैंक शाखाओं के बाहर सुरक्षा के इंतजाम नजर नहीं आ रहे हैं।
दरअसल, बैंककर्मी भी कोरोना संक्रमित हो रहे है। जिसकी वजह से बैंक शाखाओं में मैन पावर की कमी हो रही है। ग्राहकों को सुविधा प्रदान करने के लिए शेष कर्मचारी ही व्यवस्था संभाल रहे हैं। इन कर्मचारियों को भी संक्रमण से बचाने के लिए कार्यदिवस और समय घटा दिया गया है। लाकडाउन में मंगलवार से शुक्रवार तक दोपहर दो बजे तक बैंक शाखाएं खोली जा रहीं हैं। ऐसे में सुबह से बैंकों के बाहर ग्राहक पहुंच रहे हैं। एक समय में पांच-पांच ग्राहक को ही अंदर बुलाकर बैंकिग सुविधा प्रदान कराने की वजह से बाहर लंबी लाइनें लग रहीं है। बढ़ते संक्रमण के बाद भी बाहर जिम्मेदारों ने कोरोना से बचाव के इंतजाम नहीं किए हैं। हाथ धोने के लिए साबुन और सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं है। गार्ड लाइन को व्यवस्थित कराने की बजाय अंदर से चैनल को बंद करने में व्यस्त हो रहे हैं। वहीं, ग्राहक भी लापरवाह बने हुए हैं। शारीरिक दूरी का पालन करने की जहमत नहीं उठा रहे हैं। मास्क से नाक और मुंह ढकने की बजाय इसे गले की शोभा बनाते नजर आ रहे हैं। इन्होंने कहा ..
लाकडाउन में बैंक शाखाएं चार दिन ही खोली जा रही हैं। कर्मचारी और ग्राहकों को कोरोना संक्रमण से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
विजय गांधी, एलडीएम।