धुआं उगल रही फैक्ट्रियों पर नहीं किसी की नजर
कस्बा स्थित औद्योगिक क्षेत्र में छोटी-बड़ी करीब 400 से अधिक फैक्ट्रियां है। इनमें से कई ऐसे फैक्ट्रियां है जिनकी चिमनी से जहरीला काला व और सफेद धुआं वायु को प्रदूषित कर रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। कस्बा स्थित औद्योगिक क्षेत्र में छोटी-बड़ी करीब 400 से अधिक फैक्ट्रियां है। इनमें से कई ऐसे फैक्ट्रियां है, जिनकी चिमनी से जहरीला काला व और सफेद धुआं वायु को प्रदूषित कर रहा है। जिसमें मुख्य टायरों से तेल निकालने वाली व लोहे गलाकर विभिन्न उपकरण बनाने वाली एक दर्जन फैक्ट्रियां शामिल है। औद्योगिक क्षेत्र के आसपास के गांव समेत कालोनी में फैल रहा है। इसका सीधा दुष्प्रभाव लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। वहीं फैक्ट्री कर्मचारी भी इससे बेहाल है। ग्रामीणों की माने तो इन फैक्ट्रियों की चिमनी देर शाम से लेकर तड़के तक जहरीला धुंआ उगलती रहती है। गत एक सप्ताह से जिला प्रशासन बढ़ते वायू प्रदूषण की रोकथाम को अभियान चला रखा है, लेकिन गाज नगर के विभिन्न रोजगार करने वाले गरीब तबके के लोगों पर गिर रही है, प्रशासनिक टीम उनकी भट्ठियां नष्ट कर जुर्माना वसूली रही है, लेकिन प्रदूषण का मुख्य कारण बनी औद्योगिक क्षेत्र में फैलाए जा रहे प्रदूषण को लेकर प्रशासन मौन साधे हुए है।
इन गांवों में फैल रहा प्रदूषण
गोपालपुर, बिसनपुर, किसनपुर, राजारामपुर, अंधेल, तिलबेगमपुर, तिल डेरी, जोखाबाद, हृदयपुर, सांवली समेत सरकारी कालोनी में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों व कालोनी में रहने वाले लोगों को गंभीर बीमारी होने की आशंका बनी हुई है। लेकिन इस ओर जिला प्रशासन समेत प्रदूषण विभाग के अधिकारी सूध नहीं ले रहे है।
इन्होंने कहा..
प्रदूषण करने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ अभियान समय-समय पर चलाया जाता है। गत दिनों अभियान चलाकर कुछ फैक्ट्रियों के सैंपल भी प्रदूषण विभाग की टीम ले गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रविशंकर सिंह, एसडीएम सिकंदराबाद।