सौहार्द की मिशाल, जुलूस में शामिल हुए हिदू-मुसलमान
अंजुमन-ए-फैजाने मदीना की जानिब से इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर रविवार को शहर के मुख्य रास्तों से जुलूस निकाला गया। इस दौरान सौहार्द्र की मिशाल पेश की गई। मुस्लिम और हिदू दोनों धर्मों के लोग जुलूस में शामिल हुए।
बुलंदशहर, जेएनएन। अंजुमन-ए-फैजाने मदीना की जानिब से इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर रविवार को शहर के मुख्य रास्तों से जुलूस निकाला गया। इस दौरान सौहार्द्र की मिशाल पेश की गई। मुस्लिम और हिदू दोनों धर्मों के लोग जुलूस में शामिल हुए। इस दौरान एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव कोतवाली देहात प्रभारी अखिलेश कुमार, नगर कोतवाली प्रभारी अरुणा राय और प्रशासनिक अधिकारी फोर्स के साथ मौजूद रहे।
जुलूस इस्लामाबाद मोहल्ले से शुरू होकर मामन चौकी, अंसारी रोड, रोडवेज बस स्टैंड, साठा से होते हुए वापस इस्लामाबाद पर खत्म हुआ। जुलूस का शुभारंभ सेवा भारती के विभाग संयोजक संत सियाराम कलाम दरगाह के सज्जादा हाजी आमीन एवं सिपाही मियां दरगाह के सज्जादा अली अहमद एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रांत संयोजक कदीम आलम ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर किया। इस दौरान बताया गया कि मोहम्मद साहब ने दुनिया में इंसानियत के पैगाम को आम इंसान तक पहुंचाने का काम किया। धरती पर होने वाले जुल्म से इंसानियत को बचाया तथा भाईचारे के साथ रहना भी सिखाया। जुलूस के समापन के अवसर पर मोहल्ला इस्लामाबाद में फातिहा हुई। इस मौके पर समीउद्दीन उर्फ वकील, सरजीत सिंह, शकील अहमद, कमेटी के अध्यक्ष शुहेब कादरी, बंटी भाई, मूवीन अंसारी, शाह हुसैन, अजहर साबरी, मुकीम अहमद, इमरान चौहान, ताहिर रजा आदि मौजूद रहे।