बाजारों में उमड़ रही भीड़ के चेहरे से गायब हुए मास्क
कोविड-19 पर नियंत्रण की व्यवस्था को लेकर सिकंदराबाद में शासनादेशों की खुल्लम खुल्ला धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इन आदेशों का न तो लोगों पर और न ही अफसरों पर कोई असर होता नजर आ रहा है। बाजारों में उमड़ रही लोगों की भीड़ के चेहरे से मास्क गायब हो गए है।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोविड-19 पर नियंत्रण की व्यवस्था को लेकर सिकंदराबाद में शासनादेशों की खुल्लम खुल्ला धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इन आदेशों का न तो लोगों पर और न ही अफसरों पर कोई असर होता नजर आ रहा है। बाजारों में उमड़ रही लोगों की भीड़ के चेहरे से मास्क गायब हो गए है। दुकानदारों के साथ ग्राहक भी सावधानीयां नहीं बरती जा रही हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए दुकानों से सेनेटाइज गायब हैं। मास्क आदि का प्रयोग न तो दुकानदार ही करते नजर आ रहे हैं और न ही ग्राहक। लोकडाउन के समय के दौरान की भांति लोगों की भीड़ दुकानों में जुट रही हैं। यहां लोगों का बेफिक्र अंदाज नजर आ रहा है। नगर क्षेत्र स्थित हाईवे समेत बाजारों में दौड़ रहे ई-रिक्शा चालक, बाइक सवार, साइकिल सवार समेत अन्य वाहन सवारों के मुंह से मास्क लगभग गायब हो चुका है। प्रशासनिक अफ्सरों की अनदेखी के चलते लोग कोरोना संक्रमण को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं बुधवार को मुख्य सचिव आर के तिवारी ने धर्मस्थलों व बाजारों में बिना मास्क वालों पर सख्ती करने के अफ्सरों को निर्देश दिये थे। जारी निर्देशों का सिकंदराबाद प्रशासन पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है।