सुनाना कैसे बने ओडीएफ, पात्रों के यहां शौचालय ही नहीं
केंद्र सरकार द्वारा जनपद के गांवों को ओडीएफ करने के दावे को सुनाना गांव आइना दिखाने के लिए काफी है। गांव में बनाए गए शौचालयों में बड़े स्तर पर घपले की शिकायत ग्रामीणों ने की है। गांव के अनेक घरों में अभी तक शौचालय निर्माण नहीं हुआ है।
अनूपशहर: केंद्र सरकार द्वारा जनपद के गांवों को ओडीएफ करने के दावे को सुनाना गांव आइना दिखाने के लिए काफी है। गांव में बनाए गए शौचालयों में बड़े स्तर पर घपले की शिकायत ग्रामीणों ने की है। गांव के अनेक घरों में अभी तक शौचालय निर्माण नहीं हुआ है। ग्रामीण खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर हैं।
क्षेत्र के सुनाना गांव के नागरिकों ने एसडीएम को दिए ज्ञापन में बताया है कि गांव के प्रधान पति द्वारा पात्रों को चेक देने के बाद राशि वापस ले ली जाती है और स्वयं घटिया सामग्री का प्रयोग कर शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण में कई स्थानों पर पीली ईंट तथा दो के स्थान पर एक टैंक ही बनाया गया है। यह भी आरोप है कि पात्रों को दरकिनार कर खास लोगों को चेक देकर पहले से बने शौचालयों को दर्शा दिया गया है। जबकि पात्र जगवीर, थम्मन, दिनेश, कमलेश, सीमा, सतवीर, मुन्नी, राजपाल, मूर्ति, प्रेमवती के घर में शौचालय नहीं बनवाए गए हैं। लोगों का कहना है कि वह अभी भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। उधर, एसडीएम आनंद श्रीनेत का कहना है कि शिकायती पत्र में दिए गए नामों की जांच कराई जाएगी, जो लोग योजना से वंचित है, उन्हें भी योजना में शामिल कराकर शौचालय बनाने का कार्य कराया जाएगा। एक व्यक्ति के घर में लगातार तीन योजनाओं से शौचालय की राशि प्रदान करने के मामले में बीडीओ दुर्गाप्रसाद ने जांच कराकर कार्रवाई करने की बात कही।