जिले में कोरोना को हराने में जुटा लेखपाल संवर्ग
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रत्येक नागरिक अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। सफाईकर्मी चिकित्सक और सरकारी मशीनरी के नुमाइंदे के जुनून के सामने कोरोना पस्त होता नजर आ रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रत्येक नागरिक अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। सफाईकर्मी, चिकित्सक और सरकारी मशीनरी के नुमाइंदे के जुनून के सामने कोरोना पस्त होता नजर आ रहा है। ऐसे में राजस्व एवं आपदा राहत को धरातल पर उतारने के लिए लेखपाल संवर्ग दिन-रात जुटा है। ऐसे योद्धाओं ने आमजन के दिलों में जगह बनाई है।
लेखपाल संवर्ग को जिला प्रशासन ने क्वारंटाइन स्थलों पर व्यवस्था चॉक चौबंद की जिम्मेंदारी सौंपी। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों को खाद्यान्न पहुंचाने की भूमिका में लेखपाल संवर्ग योद्धाओं के रूप में उभरे हैं। जिले भर से कंट्रोल रूम में खाने की मांग और आवश्यक सामग्री की पूर्ति करने के लिए लेखपाल संवर्ग दिन-रात जुटा है। कोरोना को मात देने के लिए पूर्व और वर्तमान जिला सचिव प्रमोद सक्सेना तथा दिनेश कुमार ने 51-51 हजार रुपये जिलाधिकारी राहत कोष में दिए। इसके साथ जनपद के 252 लेखपालों ने एक-एक दिन का वेतन भी कोरोना को मात देने के लिए डीएम को चेक सौंपा। 25 मार्च से खाद्यान्न वितरण, क्वारंटाइन केंद्र की व्यवस्था, खाद्यान्न वितरण कराना और आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड कराने की जिम्मेदारी पूर्ण निष्ठा के साथ निभा रहा है।