सफाई पर लाखों रुपये खर्च प्रमुख मार्गो को गंदा कर रही पालिका
सिकंदराबाद नगर को स्वच्छ बनाने को लाखों का बजट खर्च करने के बाद शहर को पूरी तरह स्वच्छ रखने में पालिका जहां नाकाम है वहीं नगर आने वाले प्रमुख मार्गों को गंदा कर रही है। डंपिग ग्राउंड होने के बावजूद प्रमुख मार्गों के किनारे पर नगर का कूड़ा डाला जा रहा है।
बुलंदशहर, जेएनएन। सिकंदराबाद नगर को स्वच्छ बनाने को लाखों का बजट खर्च करने के बाद शहर को पूरी तरह स्वच्छ रखने में पालिका जहां नाकाम है, वहीं नगर आने वाले प्रमुख मार्गों को गंदा कर रही है। डंपिग ग्राउंड होने के बावजूद प्रमुख मार्गों के किनारे पर नगर का कूड़ा डाला जा रहा है। जहां आवरा पशु और पछियों के मंडराने से हादसे की आशंका बनी है, वहीं कूड़े से उठ रही दुर्गंध के कारण राहगिरों का निकलना दुश्वार हो रहा है।
सिकंदराबाद नगर से हर रोज 50 टन से अधिक कूड़ा निकलता है। इसके लिए नगरपालिका द्वारा ककोड़ रोड स्थित महताबनगर गांव के बाहर डंपिग ग्राउंड बनाया गया है, लेकिन डंपिग ग्राउंड के बजाय सफाईकर्मी नगर के प्रमुख मार्गों के किनारे कूड़ा डाल रहे हैं। हालांकि, इस बार जब इसका विरोध राहगीर और आसपास रहने वाले लोग करते हैं तो कर्मी पीडब्लूडी से अनुमोदन के बाद गड्ढे भरने के लिए कचरा डालना बताते हैं। जिस कारण खुर्जा, ककोड़ और सिरौंधन रोड पर कूड़े के ढेर सड़कों किनारे फैले हुए हैं। दुर्गंध से जहां राहगीरों का निकलना दुभर है, वहीं कूडे़ के ढेर पर मंडराते आवरा पशु व पक्षियों के कारण हादसे का शिकार हो रहे हैं। आढा गांव निवासी रविंद्र यादव, सराय निवासी जानकी आदि ने बताया कि रात में आवारा पशुओं के कारण कई कार व बाइक सवार घायल हो चुके हैं। जबकि, पालिका प्रशासन के आकड़ों के तहत प्रतिमाह औसतन तीस लाख नगर से कूड़ा कचरा उठाकर डंपिग ग्रांउड तक पहुंचाने के लिए खर्च होता है। जिसमें वाहन व सफाई कर्मियों का मानदेय भी शामिल है। सिकंदराबाद की छवि को पलीता लगा रहा है। हालांकि इससे पीछे नगर से दो किमी दूर डंपिग ग्रांउड होने व डीजल के नाम पर कारगुजारी सभासद बताते हैं।
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कर्मियों को पूर्व में इस संबंध में हिदायत देकर कार्रवाई की जा चुकी है। कूड़ा डंपिग ग्राउंड तक पहुंचाने का निर्देश है। इसी व्यापक जांच करा कार्रवाई की जाएगी। कूड़ा कचरा निस्तारण के लिए तीन स्थानों का चयन हो चुका है।
राजेंद्र सिंह, सफाई निरीक्षक
नगरपालिका सिकंदराबाद