Move to Jagran APP

सब्जियों के राजा को लगा रोग, बना घाटे का सौदा

एक के बाद एक फसल की चाहत में जनपद की मिट्टी के पोषक तत्वों को रिचार्ज होने तक का मौका नहीं मिल पा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 11:26 PM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 11:26 PM (IST)
सब्जियों के राजा को लगा रोग, बना घाटे का सौदा
सब्जियों के राजा को लगा रोग, बना घाटे का सौदा

बुलंदशहर, जेएनएन : एक के बाद एक फसल की चाहत में जनपद की मिट्टी के पोषक तत्वों को रिचार्ज होने तक का मौका नहीं मिल पा रहा है। नतीजन अधिकांश खेतों में कैल्शियम और बोरान सरीखे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी होने से इस बार आलू की फसल रोग युक्त पैदा हुई। खोदाई के समय आई बारिश में जो आलू भीग गया वह कोल्ड स्टोर के तापमान में रहने के बावजूद बीमारी से घिर गया है। किसानों के लिए आलू की खेती इस बार घाटे का सौदा बन गई है।

loksabha election banner

चेचक रोग से प्रभावित आलू वाले खेतों की मिट्टी में गोबर के खाद का इस्तेमाल नहीं हुआ है और सामान्यतया मौजूद रहने वाले दो सूक्ष्म पोषक तत्व बोरान और कैल्शियम शून्य हो गए। इससे फसल अविकसित रह गई। इसके साथ ही आलू की फसल की खोदाई के सीजन यानि फरवरी, मार्च में हुई बारिश ने खेत में आलू में गलन पैदा कर दी थी। हालांकि किसानों ने इसे बचाने के लिए बीमार आलू को छांटकर भंडारण कर दिया था लेकिन आलू रोग मुक्त नहीं हो पाया।

..

बाहरी मंडियों में कम हुई मांग

नवीन मंडी के प्रमुख आढ़ती गजराज सिंह ने बताया कि बुलंदशहर मंडी से जनपद के किसानों का आलू दिल्ली, मुम्बई, गुजरात, अहमदाबाद, मेरठ और बड़ौदा जैसे बड़ी मंडियों में बिक्री के ले जाया जाता था लेकिन इस बार इन मंडियों में रोग से ग्रसित आलू की मांग कम हो चली है।

..

बंगाल के आलू का परचम

पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित बाहरी राज्यों में इस बार बंगाल के आलू की धाक जमी हुई है। यूपी और आसपास के क्षेत्रों के आलू की मांग कम होने और बंगाल के आलू की आवक से कीमतों में भी काफी कमी आई है।

...

इन्होंने कहा..

इस बार आलू में चेचक सरीके दाग दिखाई पड़े हैं, स्याना, शिकारपुर और अगौता क्षेत्र की फसल में यह समस्या अधिक आंकी गई है। कोल्ड स्टोर में गैस से दागदार आलू में बीमारी बढ़ रही है। मिट्टी जांच कराकर रोग की बाबत जानकारी जुटाई जाएगी।

-अमरपाल सिंह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.