Move to Jagran APP

कन्या-सुमंगला का लक्ष्य से भटके अधिकारी, नोटिस

मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल कन्या सुमंगला योजना के लक्ष्य से भटके विभागों को सीडीओ ने कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। सीडीओ ने सीएमओ बीएसए और डीआइओएस को नोटिस जारी कर तीन दिनों में जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब ने देने पर आगामी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Jan 2021 09:51 AM (IST)Updated: Thu, 14 Jan 2021 09:51 AM (IST)
कन्या-सुमंगला का लक्ष्य से भटके अधिकारी, नोटिस
कन्या-सुमंगला का लक्ष्य से भटके अधिकारी, नोटिस

जेएनएन, बुलंदशहर। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल कन्या सुमंगला योजना के लक्ष्य से भटके विभागों को सीडीओ ने कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। सीडीओ ने सीएमओ, बीएसए और डीआइओएस को नोटिस जारी कर तीन दिनों में जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब ने देने पर आगामी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

prime article banner

समाज में लैंगिक विषमता की खाई पाटने और कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर नकेल कसने के उद्देश्य से कन्या सुमंगला योजना का संचालन किया जा रहा है। जिले में 13 हजार 708 लोगों ने आवेदन किया था। इसमें अब तक केवल पांच हजार 594 बालिकाओं को योजना का लाभ मिला। जांच के दौरान छह हजार 559 का आवेदन पत्र निरस्त हो गए। जबकि तीनों विभागों को 34 हजार कन्याओं को लाभ दिलाने का लक्ष्य शासन से मिला था। प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना जिले में लक्ष्य की दौड़ से काफी पिछड़ गई है। मुख्य चिकित्साधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक विभाग इस योजना को लेकर संजीदा नहीं हैं। योजना के हालात ये हैं कि 34 हजार लक्ष्य की सापेक्ष तीनों विभाग मात्र 13 हजार 708 आवेदनों पर सिमट गए। इनमें अधिकांश आवेदन ऐसे हैं जो परिजनों ने स्वयं ऑनलाइन कराए हैं। लेखपालों के सत्यापन के चलते मात्र सात हजार 149 आवेदनों को स्वीकृत किया गया और पोर्टल पर फीडिग कर शासन को भेज दिया गया। इनमें से मात्र पांच हजार 594 आवेदकों को ही योजना का लाभ मिला है। ऐसे में विभागों की लापरवाही उजागर हो रही है। हालात ये हैं कि डेढ हजार आवेदन ऐसे हैं जिनका आठ माह बाद भी सत्यापन नहीं किया गया। ये है योजना का उद्देश्य

योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह रोकने के बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ अभियान को गति प्रदान करना है। बालिका के जन्म लेने पर दो हजार, टीकाकरण होने पर एक हजार रुपये, कक्षा पांच में दाखिला के लिए दो हजार, छह में दाखिला पर दो हजार, कक्षा नौ में दाखिला पर तीन हजार रुपये मिलते हैं। कक्षा दस पास कर डिप्लोमा करने पर पांच हजार, 12वीं कक्षा पास कर स्नातक में प्रवेश के लिए पांच हजार रुपये दिए जाते हैं। ये है योजना का हाल

विभाग लक्ष्य आवेदन

मुख्य चिकित्साधिकारी 15,708 6,836

बेसिक शिक्षा अधिकारी 13,430 5,001

जिला विद्यालय निरीक्षक 4,862 3,018

...

इन्होंने कहा..

कन्या सुमंगला योजना में दिलचस्पी न लेने वाले सीएमओ, बीएसए और डीआइओएस को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यदि माह के अंत तक लक्ष्य पूर्ण नहीं किया तो आगामी कार्रवाई की जाएगी।

-अभिषेक पांडेय, सीडीओ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.