शिवमय हो गया हापुड़-बुलंदशहर मार्ग
बुलंदशहर : शिवरात्रि पर (गुरुवार को) होने वाले जलाभिषेक के लिए कांवड़िए भगवान शंकर के
बुलंदशहर : शिवरात्रि पर (गुरुवार को) होने वाले जलाभिषेक के लिए कांवड़िए भगवान शंकर के भजनों पर झूमते हुए मंदिरों के ओर बढ़ रहे है। कांवड़ यात्रा के चलते हापुड़-बुलंदशहर मार्ग शिवमय हो गया है। इस बार हरिद्वार से गंगाजल लेकर कई कांवड़िए तिरंगा भी लेकर लौट रहे हैं।
हरिद्वार से चलकर करीब दो सौ किलोमीटर की दूरी तय कर चुके शिवभक्तों के पैरों में कंकड़ चुभ रहे है, लेकिन भोले भक्त हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोषों के साथ अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। मंगलवार दोपहर आसमान में बादल छा गए और इस सुहाने मौसम में शिवभक्त भोले के भजनों पर जमकर झूमे। इस बार कांवड़ यात्रा में तिरंगा यात्रा का समागम में भी खूब दिखाई दे रहा है। कांवड़ की सजावट में भगवान शिव और नाग के साथ तिरंगा भी लगवाए हुए हैं। जलाभिषेक में एक दिन शेष है ऐसे में कावड़ यात्रा में भक्तों की भीड़ बढ़ गई है। मंदिरों पर भी जलाभिषेक के लिए लिए तैयारी चल रही है। उधर पुलिस-प्रशासन भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुकम्मल तैयारी कर रहा है। शहर के सभी चौराहों पर कांवड़ यात्रा सुरक्षा को लेकर पुलिस मुस्तैद है। आस्था में बाधक नहीं बन रही दिव्यांगता
भगवान शिव की भक्ति सावन माह में आस्था की बाढ़ ऐसी है, कि दिव्यांगता भी मीलों दूरी तय करने में आड़े नहीं आ रही है। कांवड़ यात्रा के दौरान कई दिव्यांग शिवभक्त भी हरिद्वार से कांवड़ लाते हुए दिखाई दिए। दिव्यांगता की बाधा को पारकर हरिद्वार से गंगाजल ले लौटे अलीगढ़ के गभाना निवासी राजपाल सैनी और हाथरस के सुंदर शिवरात्रि पर भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे।