बुलंदशहर हिंसा : कोतवाल बचाओ-बचाओ चिल्लाते रहे, भीड़ दम निकलने तक मारती रही
कोतवाल सुबोध हिंसक भीड़ को समझा रहे थे, लेकिन भीड़ में से ही एक शख्स ने कुल्हाड़ी से उनके सिर पर वार कर दिया। वे चिल्लाते हुए भागे लेकिन भीड़ ने उन्हें फिर घेर लिया।
By Ashu SinghEdited By: Published: Fri, 28 Dec 2018 05:48 PM (IST)Updated: Fri, 28 Dec 2018 06:13 PM (IST)
बुलंदशहर, जेएनएन। एसआइटी जांच में कोतवाल की हत्या का राजफाश तो हो गया है, लेकिन जिस तरह प्रशांत नट व उसके साथियों ने कोतवाल पर हमला किया था, उससे साफ लग रहा है कि बवाल के दौरान ही इन लोगों ने कोतवाल को मौत के घाट उतारने की योजना बना ली थी। घायल कोतवाल बचाव के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन बलवाई आखिरी सांस तक कोतवाल पर प्राण घातक हमला करते रहे।
जीप में फूंकने का किया प्रयास
बलवाइयों ने कोतवाल की हत्या के साक्ष्य मिटाने के लिए उन्हें सरकारी जीप समेत जलाने का प्रयास किया था। आरोपितों ने चिंगरावठी पुलिस चौकी में माल मुकदमे में सील शराब को लूट कर सरकारी जीप पर छिड़क दिया और बाद में चौकी के पास खड़े वाहनों से पेट्रोल निकाल कर जीप में आग लगा दी थी। गनीमत रही कि पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और उन्होंने सरकारी जीप में मृत अवस्था में पड़े कोतवाल को आनन-फानन में निकाल लिया था।
तीन दिसंबर को हुआ था बवाल
तीन दिसंबर को गोवंशों के अवशेष मिलने से भड़की भीड़ ने चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास करीब तीन घंटे से अधिक खूनी होली खेली। शहीद कोतवाल सुबोध कुमार सिंह हाथ में कुल्हाड़ी लिए कलुवा निवासी चिंगरावठी को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन कलुवा ने कुल्हाड़ी से कोतवाल के सिर पर वार कर दिया।
बलवाइयों ने घेरकर बोला हमला
लहूलुहान कोतवाल वहां से लाइसेंसी पिस्टल हाथ में लिए बचाओ-बचाओ चिल्लाते हुए जंगल की तरफ भागे, लेकिन बलवाइयों ने उन्हें घेर कर दो बार हमला किया। कोतवाल ने अपनी जान की दुहाई भी दी, लेकिन हाथ में लाइसेंसी पिस्टल लिए खड़े कोतवाल को प्रशांत नट ने पीछे से दबोच लिया और उनकी लाइसेंसी पिस्टल छीन कर कोतवाल की कनपटी पर गोली मार दी।
जीप की तरफ लपके
बलवाइयों के मंसूबे यहीं ठंडे नहीं हुए, जब घायल कोतवाल को पुलिसकर्मी सरकारी जीप से अस्पताल ले जाने का प्रयास कर रहे तो बलवाइयों ने सरकारी जीप को घेर कर फिर से हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिसकर्मी वहां से खबरा कर कोतवाल को सरकारी जीप में छोड़कर भाग गए।
जूता जल गया
प्रशांत नट की गिरफ्तारी के बाद एसआइटी जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि अगर पुलिस फोर्स समय रहते मौके पर नहीं पहुंचती तो बलवाई कोतवाल को सरकारी जीप में जलाकर हत्या के साक्ष्य मिटा देते। पुलिसकर्मियों ने सरकारी जीप में मृत अवस्था में पड़े कोतवाल को निकाल लिया। हालांकि कोतवाल का एक जूता जल गया था।
इन्होंने कहा...
आरोपितों ने चिंगरावठी पुलिस चौकी में माल मुकदमे में सील शराब को लूटकर व चौकी के पास खड़े वाहनों से पेट्रोल निकाल कर कोतवाल को सरकारी जीप समेत जलाने का प्रयास किया था। फरार कलुवा ने कुल्हाड़ी से पहला वार कोतवाल के सिर पर किया था। कलुवा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
-प्रभाकर चौधरी, एसएसपी।
जीप में फूंकने का किया प्रयास
बलवाइयों ने कोतवाल की हत्या के साक्ष्य मिटाने के लिए उन्हें सरकारी जीप समेत जलाने का प्रयास किया था। आरोपितों ने चिंगरावठी पुलिस चौकी में माल मुकदमे में सील शराब को लूट कर सरकारी जीप पर छिड़क दिया और बाद में चौकी के पास खड़े वाहनों से पेट्रोल निकाल कर जीप में आग लगा दी थी। गनीमत रही कि पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और उन्होंने सरकारी जीप में मृत अवस्था में पड़े कोतवाल को आनन-फानन में निकाल लिया था।
तीन दिसंबर को हुआ था बवाल
तीन दिसंबर को गोवंशों के अवशेष मिलने से भड़की भीड़ ने चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास करीब तीन घंटे से अधिक खूनी होली खेली। शहीद कोतवाल सुबोध कुमार सिंह हाथ में कुल्हाड़ी लिए कलुवा निवासी चिंगरावठी को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन कलुवा ने कुल्हाड़ी से कोतवाल के सिर पर वार कर दिया।
बलवाइयों ने घेरकर बोला हमला
लहूलुहान कोतवाल वहां से लाइसेंसी पिस्टल हाथ में लिए बचाओ-बचाओ चिल्लाते हुए जंगल की तरफ भागे, लेकिन बलवाइयों ने उन्हें घेर कर दो बार हमला किया। कोतवाल ने अपनी जान की दुहाई भी दी, लेकिन हाथ में लाइसेंसी पिस्टल लिए खड़े कोतवाल को प्रशांत नट ने पीछे से दबोच लिया और उनकी लाइसेंसी पिस्टल छीन कर कोतवाल की कनपटी पर गोली मार दी।
जीप की तरफ लपके
बलवाइयों के मंसूबे यहीं ठंडे नहीं हुए, जब घायल कोतवाल को पुलिसकर्मी सरकारी जीप से अस्पताल ले जाने का प्रयास कर रहे तो बलवाइयों ने सरकारी जीप को घेर कर फिर से हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिसकर्मी वहां से खबरा कर कोतवाल को सरकारी जीप में छोड़कर भाग गए।
जूता जल गया
प्रशांत नट की गिरफ्तारी के बाद एसआइटी जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि अगर पुलिस फोर्स समय रहते मौके पर नहीं पहुंचती तो बलवाई कोतवाल को सरकारी जीप में जलाकर हत्या के साक्ष्य मिटा देते। पुलिसकर्मियों ने सरकारी जीप में मृत अवस्था में पड़े कोतवाल को निकाल लिया। हालांकि कोतवाल का एक जूता जल गया था।
इन्होंने कहा...
आरोपितों ने चिंगरावठी पुलिस चौकी में माल मुकदमे में सील शराब को लूटकर व चौकी के पास खड़े वाहनों से पेट्रोल निकाल कर कोतवाल को सरकारी जीप समेत जलाने का प्रयास किया था। फरार कलुवा ने कुल्हाड़ी से पहला वार कोतवाल के सिर पर किया था। कलुवा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
-प्रभाकर चौधरी, एसएसपी।
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