निरीक्षण में 17 चिकित्सकों सहित 51 कर्मचारी मिले गायब, हंगामा
अव्यवस्थाओं के लिए बदनाम जिला अस्पताल में निरीक्षण के लिए पहुंचे एडीएम प्रशासन का डाक्टरों ने विरोध करते हुए हड़ताल करने की चेतावनी दे डाली।
बुलंदशहर, जेएनएन : अव्यवस्थाओं के लिए बदनाम जिला अस्पताल में निरीक्षण के लिए पहुंचे एडीएम प्रशासन का डाक्टरों ने विरोध करते हुए हड़ताल करने की चेतावनी दे डाली। निरीक्षण के दौरान चार डाक्टरों की एडीएम से नोकझोक भी हुई। ओपीडी टाइम में 17 डाक्टरों समेत 51 कर्मचारी और अधिकारी अनुपस्थित मिले। एडीएम ने दण्डात्मक कार्रवाई के लिए डीएम को रिपोर्ट भेज दी है।
एडीएम प्रशासन रविद्र कुमार और एसडीएम अविनाशचंद मौर्या और अतिरिक्त मजिस्ट्रेट संजय कुमार को साथ लेकर सुबह 8:05 पर जिला अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले एडीएम ने सीएमएस के आफिस में पहुंचकर उपस्थिति रजिस्टर उठा लिया। यहां ओपीडी, अल्ट्रासाउंड रूम, एक्सरे रूम, पैथोलॉजी लैब, आइ ओपीडी, फिजियोथैरेपी सेंटर का निरीक्षण किया। इसके बाद दवा स्टोर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय एडीएम को ओपीडी में केवल चार डाक्टर ही मौजूद मिले। कई डाक्टर और स्टाफ एडीएम के पहुंचने की सूचना पर भागते-दौड़ते अस्पताल पहुंचे। डाक्टर और स्टाफ के समय से न पहुंचने की जिला अस्पताल में लगातार शिकायतें अधिकारियों के पास पहुंच रहीं थी। एडीएम के पहुंचने के समय खुद सीएमएस डा. रामबीर सिंह दफ्तर में नहीं पहुंचे। लेकिन कुछ देर बाद सीएमएस पहुंच गए। एडीएम ने कहा कि वायरल सीजन में मरीजों की कतार अस्पताल में लगी है और डाक्टर समय से बैठ ही नहीं रहे है। एडीएम ने कहा कि लापरवाही और बदहाली की पूरी निरीक्षण रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी। निरीक्षण के विरोध में सीएमएस डा. रामबीर सिंह, डा. वीएन राय, डा. पीके झा और डा. केपी सिंह एडीएम से नोकझोक करने लगे। डाक्टरों ने एडीएम से कहा कि कार्रवाई हुई तो अस्पताल बंद कर हड़ताल करेंगे। इसके बाद एडीएम चले आए। ये डाक्टर मिले अनुपस्थित
सीएमएस डा. रामबीर सिंह, डा. एसके गिरि, डा. मनीष बंसल, डा. परवेन्द्र, डा. प्रियांक कुमार, डा. दिनेश कुमार, डा. एमपी सिंह, डा. प्रदीप कुमार, डा. पीके झा, डा. पवन कुमार, डा. मनीषा बंसल, डा. राजीव वर्मा, डा. चन्द्रप्रकाश, डा. एपी सिंह, डा. आकांक्षा सिंह, डा. यूवी सिंह, डा. एसके जैन उपस्थित पाए गए। फार्मासिस्ट में मोनिका, मोहित कुमार, मगन, धीरेन्द्र कुमार, सुभाष शर्मा, सौरभ शर्मा, जूहरो अली और शनि कुमार अनुपस्थित पाए गए। एनआरसी यूनिट में डा. आकांक्षा चौहान, डा. रिचा चौधरी, नूर जूहो, सरिता रानी, रचना, सुषमा, कुमकुम, विकास और एनसीडी में डा. अनुराग शर्मा, डा. देवेन्द्र प्रताप, आयुष्मान मित्र मोनिका भी गायब मिले। जबकि वाहन चालकों में सतेन्द्र कुमार, धीरेन्द्र कुमार नदारद थे। जिला क्षय रोग केन्द्र में पारुल शर्मा, विवेक राज, विनीत सत्यार्थी, राजकुमार शर्मा, गौरव गुप्ता, हिमांशी शर्मा और होम्योपैथिक विभाग में स्वीपर रविद्र कुमार, डा. मनीष सलोनिया, तृतीय श्रेणी कर्मचारी संतोष कुमार, नेहा सिंह, अमित कुमार, संजय कुमार, मोहम्मद शहरोज और जावेद अली अनुपस्थित मिले। गंदगी की भरमार और नाश्ता भी नहीं मिला
महिला एवं बच्चा वार्ड में गंदगी की भरमार मिलने के साथ ही सुबह का नाश्ता भी नहीं मिला। चादरें भी रोजाना नहीं बदली जाती हैं। निरीक्षण में चादरें गंदी मिली हैं। मरीजों ने बताया कि डाक्टर रोजाना नहीं, तीन-तीन दिन में राउंड लेते हैं। इन्होंने कहा.
इस समय ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़ है। चार हजार मरीज रोजाना पहुंच रहे हैं। डाक्टर कम हैं। रात-दिन डाक्टर काम कर रहे हैं। मैं 8:20 पर पहुंच गया। बावजूद इसके एडीएम ने 8:40 का समय नोट किया। रिपोर्ट झूठ का पुलिदा है। हम इस तरह अस्पताल नहीं चला सकते। अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है।
-डा. रामबीर सिंह, सीएमएस जिला अस्पताल निरीक्षण के दौरान डाक्टरों ने ऊंची आवाज में बात की और अन्य स्टाफ को भड़काने के साथ ही सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली का भी उल्लंघन किया। अनुपस्थित डाक्टरों और स्टाफ के खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी है।
-रविद्र कुमार, एडीएम प्रशासन