महगाई ने फीकी की मिठाई की मिठास
त्योहारी सीजन भी इस बार मंहगाई का शिकार है। दीपावली पर दिए जाने वाले गिफ्ट और मिठाई के साथ ड्राइ फूड के डिब्बे भी मंहगाई के कारण कुछ हल्के हैं। दुकानदारों ने भी मंहगाई और ग्राहकों की जरूरत और जेब के हिसाब के गिफ्ट पैक तैयार कराए हैं।
बुलंदशहर: त्योहारी सीजन भी इस बार मंहगाई का शिकार है। दीपावली पर दिए जाने वाले गिफ्ट और मिठाई के साथ ड्राइ फूड के डिब्बे भी मंहगाई के कारण कुछ हल्के हैं। दुकानदारों ने भी मंहगाई और ग्राहकों की जरूरत और जेब के हिसाब के गिफ्ट पैक तैयार कराए हैं।
दीपावली पर्व पर बाजारों में तैयारियां शुरू हो गई है। पर्व पर विशेष मिठाइयों के कारोबार से जुडे लोगों ने नई-नई मिठाई तैयार करने के लिए माथा पच्ची शुरू कर दी है। घी, मैदा दूध समेत ड्राईफ्रूट के दामों में बढ़ोतरी से आम आदमी के बजट वाली मिठाइयां बाजार में उपलब्ध होना मुश्किल नजर आ रहा है। मौजूदा समय में बाजारों में देशी घी से निर्मित जो भी मिठाइयों की वेरायटी बन रही है, उनकी दाम भी पिछले साल के मुकाबले बीस प्रतिशत बढ़े हुए हैं।
सिकंदराबाद के शाहजी डेयरी व मिठाई कारोबारी हारून शाह ने बताया कि मिठाइयों के लिए प्रयोग होने वाले दूध, घी समेत सभी खाद्यान्नों पर दस से तीस प्रतिशत तक मंहगाई बढ़ी है। इस कारण दूध, घी व मेवा से तैयार होने वाली मिठाइयों के प्रतिकिलो रेट में इजाफा हुआ है। तैयार पर संचालित मिठाइयों के अलावा पर्व पर कम लागत में विशेष मिठाई तैयार करने के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है।
बजट में रहे मिठाइयां, तैयार की जा रही वैरायटी
बुलंदशहर के बीकानेर स्वीट्स संचालक शुभम सिघल ने बताया कि बढ़ते खाद्यान्न समेत कारीगरों मेहनताना के साथ गैस आदि के रेट भी बढ़े हैं। आम आदमी के बजट में मिठाइयां रहे, इसके लिए भरकम प्रयास किए जा रहे हैं। इस बार चना बर्फी व चना लड्डू की वेरायटी दीवाली के लिए विशेष तौर पर बनाई जा रही है। देशी घी व मेवा युक्त मिठाई आम आदमी की बजट में रहेगी।