कैसे रुके प्रदूषण, शहर में खुले में जल रहा कूड़ा
बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए जारी किए गए एनजीटी के आदेश यहां कूड़े के धुएं में हवा हो रहे हैं।
बुलंदशहर: बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए जारी किए गए एनजीटी के आदेश यहां कूड़े के धुएं में हवा हो रहे हैं। सुबह के समय शहर में जगह-जगह कूड़ा जलता हुआ दिखाई देता है, लेकिन इस तरफ न तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ध्यान दे रहा है और न ही नगरपालिका के जिम्मेदारों की नजर पड़ी।
दीपावली के बाद और दिसंबर में आयोजित इज्तिमा के बाद प्रदूषण ने बुलंदशहरवासियों की हालत खराब कर दी थी। जिले का प्रदूषण दिल्ली से भी ज्यादा हो गया था। बढ़ते प्रदूषण से जिले की आबोहवा इस कदर जहरीली हो गई थी, कि 470 पर एक्यूआइ तक पहुंच गया था। अभी भी हवा प्रदूषित ही है। गुरुवार को जिले की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 371 रिकार्ड की गई। दिसंबर माह में प्रदूषण बढ़ने पर डीएम अनुज कुमार झा ने शहर में कूड़ा नहीं जलाने के निर्देश दिए थे, लेकिन इस आदेश की खुलेआम पालिका कर्मी ही धज्जियां उड़ा रहे हैं। कचहरी के पास, अनूपशहर अड्डा, स्याना अड्डा, डीएवी तिराहा और कलेक्ट्रेट के आसपास आएदिन सुबह के समय कूड़ा जलता रहता है। गुरुवार को भी कलक्ट्रेट के पास कूड़ा एकत्र कर जलाया गया। नगरपालिका ने कूड़ा जलाने पर आज तक किसी पर कोई जुर्माना तक नहीं लगाया है। सिटी मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार गुप्ता का कहना है कूड़ा जलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पालिका कर्मचारियों को निर्देश जारी किए जाएंगे।